कानपुर, संवाददाता। कुछ कम ही शख्सियते होती है जो मामूली ओहदे में रहकर अपनी कठिन मेहनत से सुखियां बन जाती है। ऐसी ही एक शख्सियत महाभ्रष्टो की शुमार में शामिल यातायात पुलिस जैसे विभाग के बावजूद उनकी ईमानदारी के चर्चे कई जनपदों में रहे हैं। जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुम्भ मेले में उनकी अच्छी यातायात प्लानिंग के तहत पुरुस्कृत भी कर चुके हैं। गाजीपुर के मामूली किसान परिवार में जन्मे अवधेस कुमार सिंह के पिता ने अपने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में आर्थिक अभाव होने के बाबजूद भी कोई कमी नही छोड़ी थी। जिसके चलते बच्चो ने भी खूब मेहनत की। जिसमे एक भदोही में वर्तमान समय मे हेड कांस्टेबल है। जबकि दूसरे नम्बर में शहर में तैनात टी० एस० आई० अवधेश कुमार सिंह है। जिसमें वे कब तक की नौकरी में इलाहाबाद बनारस जैसे अहमू जिलो में तैनात रह चुके है। तीनो ही शहरो खासतौर पर बनारस व कानपुर की ट्रैफिक व्यवस्था का हाल किसी से छिपा नहीं है। कानपुर में भीषण बारिस के दौरान फजलगंज जैसे प्रमुख चौराहे की यातायात व्यवस्था संभाले अवधेश कुमार सिंह जल भराव में नंगे पैसे ही जाम से निजात दिलाने के लिये उतर गये थे। और यातायात को खुलवा दिया था किन्तु इस दौरान वे काँच लग जाने के बाद बेहद जख्मी हो गये थे किन्तु नौकरी में उन्हों ने एक दिन भी अवकाश नही लिया। मामूली कॉन्स्टेबिल जैसे पद से ट्रैफिक विभाग में आने वाले अवधेश कुमार सिंह मात्र नौ साल से सन् 2000 में ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर बना दिए गये। इनके बाद विभाग ने उन्हें कुम्भ मेले की विशेष प्लानिंग के लिए रखा गया था। जिसमे इस जनपद में दो साल पूर्व से ही कुम्भ मेले के दौरान आने वाली हर कठिनाई को निष्पक्ष रुप से विभाग को अवगत कराते रहें। जिसमे उनके सुझावों से कुम्भ मेले में ट्रैफिक व्यवस्था में काफी बल मिला था। जिसके चलते कुम्भ मेले में विशेष रूप से काम करने वाले स्टाफ की सूची में टी० एस० आई० अवधेश कुमार सिंह का नाम सबसे ऊपर था। जिसके चलते खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र दिया।