पेयजल के दावे हवा-हवाई, पानी के टैंकर से हो रही सप्लाई
24 Jul
के० एस० टी०,कानपुर देहात संवाददाता।रनियां क्षेत्र के खानचंद्रपुर गांव में पाइप लाइन से घर-घर तक पानी पहुंचाने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन घरों के बाहर टैंकर से पानी भरते ग्रामीण विभागीय दावों की पोल खोल रहे हैं। समय से पानी न पहुंचने के कारण ग्रामीणों को अव्यवस्था से जूझना पड़ रहा है।
खानचंद्रपुर गांव में क्रोमियम की मात्रा को देखते हुए शासन के निर्देश पर पेयजल आपूर्ति के लिए टंकी बनाई गई थी। योजना यह थी कि लोगों के घरों तक सप्लाई दी जाएगी। करीब 10 साल पूर्व शुरू की गई योजना अब तक पूरी नहीं हो सकी है। एनजीटी टीम की ओर से प्रस्तावित स्थान पर बोरिग करा कर गांव में बनी पानी टंकी तक 1250 मीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई,
लेकिन लाइन बिछने के बाद पानी छोड़ते ही जगह जगह लीकेज के कारण पानी नहीं पहुंच सका। समस्या दूर करने के बाद विभागीय कर्मियों ने टंकी तक पानी को पहुंचा जरूर दिया, लेकिन अब घरों के लिए बिछाई गई लाइन भी लीकेज निकल गई है। इससे लोगों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
गांव के करीब 50 फीसदी घरों में पानी न पहुंचने से लोगों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश पर गांव में टैंकर जरूर भेजे जा रहे हैं, लेकिन नियमित न पहुंचने के कारण लोगों को हैंडपंप का ही सहारा लेना पड़ रहा है। जल विभाग के जेई संजय सिंह ने बताया कि ट्यूबवेल को चलाकर पानी टंकी में पानी छोड़ा गया था।
टंकी से गांव में सप्लाई देने के दौरान कई स्थानों पर पाइप लाइन लीकेज निकलने पर उसे सही कराया जा रहा है। अब तक कई बार गांव में अधिकारी आ चुके हैं, लेकिन समस्याएं वैसी की वैसी बनी हैं। पानी भी चालू किया गया लेकिन घरों तक नहीं पहुंच सका। विशंभर पाल जबसे क्रोमियम जमा हुआ है तब से पानी पीने का भी मन नहीं करता है.
यदि इसे जल्द नहीं हटाया गया तो हालात और भी खराब होंगे। नमन गांव में सुविधाएं तो हैं, लेकिन उनका फायदा नहीं मिलता है। पानी की टंकी शोपीस बनी है, लेकिन आपूर्ति नहीं हो पा रही। कारण जो हो, लेकिन आमजन प्रभावित हो रहे हैं। संतोष कुमार पानी की टंकी तक तो पानी पहुंचा दिया गया है, जिससे उम्मीद है कि अब समस्याओं का निस्तारण हो सकेगा, लेकिन पानी कब आएगा इसका इंतजार है।