दावे बिकने के दो साल में निर्माण एक भी नही!

     ◆  गंगा बैराज में रियल स्टेट का खेल


के० एस० टी०,कानपुर नगर। पर्यटन स्थल बन चुके गंगा बैराज में कानपुर विकास प्राधिकरण की आवासीय व प्लाटिंग योजनाओं को प्रभावित करने के लिए गंगा के कटनी के गांव में तमाम सोसाइटीयां सक्रिय हो चुकी हैं। चूंकि कुछ सोसाइटियों ने किसानों से जमीन सीधे न खरीदकर कटरी के प्रभावी लोगों को पार्यटन बनाकर या उन्हें उनके मुताबिक कीमतों पर खरीदा है।

हालांकि यह जमीने प्रभावी लोगों ने किसानों से औने-पौने में लिखवा ली हैं। जिससे विरोध भी शुरू हो चुके हैं। जिससे यहां पर खूनी संघर्ष से इंकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी तरफ इसमें ज्यादातर सोसाइटीयां सरकार की हिमायत दिखाने के लिए भाजपा का चोला ओढ़ने में किसी तरह का गुरेज नहीं कर रहे हैं।

इसमें यह पर चर्चित रियल स्टेटों में प्रमुख रूप से 118 विकास नगर की त्रियम रियल स्टेट गंगा बैराज में तमाम सोइटे चला रही हैं। जिसमें कम्पलीट प्रोजेक्ट निर्मल कुंज फेस-1, रनिंग प्रोजेक्ट निर्मल कुंजी फेस-2, गंगा कुंज लाइन सिटी, अम्बेडकर साइट गंगा बैराज से उतरते ही चालू हो जाती है। इसी तरह यहां पर अलग-अलग रियल स्टेटों की प्लॉटिंग की रखवाली करते उनके लोग नजर आ जाएंगे।

जिसमें उनके एजेंटों के द्वारा लाए जा रहे कस्टमरों को यह रास्ते पार्क या अन्य सुविधाओं के दावे करके ऐसे सुहावने सपने दिखाते हैं। मानों यह जमीनें उनकी हो गई। जिसमें चार लाख की जमीन आसान किश्तों से लेकर ग्राहक की शर्तों के अनुसार मुहैय्या कराने के दावे किये जा रहे हैं। खास बात यह है कि प्लाटिंग होते हुए यहां लगभग दो साल से अधिक का समय हो चुका है।

जिसमें तमाम जमीने बिक्री होने के दावे भी किए जा रहे हैं किन्तु आश्चर्यजनक बात यह है कि दो साल में एक भी रियल स्टेट में निर्माण कार्य क्यों नहीं हुआ? यह चौकाने वाली बात है। क्योंकि तमाम प्लाट के मालिक अगर रजिस्ट्री करवा चुके हैं तो निर्माण क्यों नहीं शुरू कराया? अगले अंक में पढ़ें किस रियल स्टेट में कितने पार्टनर हैं इसमें खेल क्या है…….

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