हनुमान जी के मंदिर के बगल में पिय्यकड़ो के खुले मदिरालय से आक्रोश

पोस्टमार्टम हाउस व हैलेट की भी की गई अनदेखी

आबकारी विभाग खुद बताये कि मंदिर से शराब के ठेके की दूरी कितनी हो!

रसूखदार सिंडीकेट का नाम आते ही सौ कत्ल माफ करने सा हो जाता है आबकारी विभाग


के० एस० टी०,कानपुर नगर। आबकारी नियमों की सारी नियमावली रसूखदार व शराब सिंडीकेट की मेंजो की दराजे में बंद होकर रह गई है। जिससे रसूखदारों ने अब तो मंदिर- मस्जिदों धार्मिक स्थलों तक को नजरदांज करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक मामला नो टेम्पों जोन वाली यातायात की दृष्टि से अति संवेदनशील मुख्य सड़क स्वरूप नगर क्षेत्राधिकारी कार्यालय के चंद फलांग चलने पर देखने को मिला।

जहां अभी हाल ही में 2020-2021 में उठे देशी अंग्रेजी ठेके के लाइसेंसो में इसी रोड पर नई अंग्रेजी शराब की दुकान खोल दी गई। चौंकाने वाली बात यह है कि इस दुकान के चंद फलांग पर ही हनुमान जी का अति चर्चित मंदिर बना हुआ है। जिसका इलाकाई लोगों ने भले ही विरोध किया हो किन्तु आबकारी विभाग के अधिकारी जो रोज इसी मुख्य सड़क से गुजरते हैं।

उन्हें मंदिर से शराब के ठेके की दूरी शायद 200 मीटर से अधिक लगी। जबकि यहां की रिहाईश खुद जानती है कि मंदिर से शराब का ठेका कितने कदमों पर है। आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही सरकारी विभागों को जो अहम् निर्देश दिये थे कि सड़कों में गड्ढे न हो हाईवे के मार्गो व अहम् मार्गों में शराब के ठेके न हो।

जिसके चलते निर्देश आते ही जी० टी० रोड होने के कारण रावतपुर क्रॉसिंग का मुख्य अंग्रेजी शराब का ठेका हट गया था हालांकि अब फिर से सज गया है। बहरहाल कानपुर में अब आबकारी विभाग सिर्फ सिंडिकेट व रसूख दारो के इशारों पर चल रहा है। इससे पहले धांधली के सारे रिकॉर्ड बसपा की मायावती सरकार में उस समय टूटे थे जब माननीय नसीमुद्दीन आबकारी मंत्री थे।

उस समय शराब की बोतल पर प्रिंट रेट से अधिक दामों पर शराब बिकने की शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी की साइटों तक में की गई थी। किन्तु कुछ नहीं हुआ था। अब योगी सरकार की लापरवाहियों का फायदा उठाकर ऐसे-ऐसे धार्मिक स्थलों शिक्षण संस्थानो के पास शराब के ठेके खोल दिये गये। जिससे योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।

स्वरूप नगर में ही पोस्टमार्टम गृह के सामने बने हनुमान जी के मंदिर के बगल में स्थापित नए शराब के ठेके को किस तरह से चलाने की अनुमति दे दी गई। जिसका किसी को ज्ञान नहीं है कि सरकारी बड़ा अस्पताल, पोस्टमार्टम, मेडिकल कॉलेज की वजह से पहले ही थाने में आफत मंडराया करती थी। अब नई आफत मंदिर के बगल में शराब का ठेका है। जिससे इलाकाई लोगों में आक्रोश है।

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