क्षेत्रीय जनता को झूठा साबित करने के लिए डस्ट हटा ठेकेदार ने गिराई मौरंग

◆ जी ब्लॉक गुजैनी रामलीला पार्क का पुनरोंद्वार

◆ आधे से ज्यादा डस्ट के एक दस के मसाले से हो चुका है कार्य

◆ सभी अधिकारी व ठेकेदार एक ही जाति के


के० एस० टी०,कानपुर नगर। बेचारी महापौर प्रमिला पाण्डेय प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत की तस्वीर का अक्षरशः पालन करने के लिए सड़कों पर उतर कर अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। पार्कों का सौन्दर्यो करण हो या अन्य कोई विकास कार्य वे अन्य विभागों से मदद की गुहार लगाने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

किन्तु ठेकेदार अपनी हरकते से जो बाज आने को तैयार नहीं है। उसमें कानपुर विकास प्राधिकरण, पी० डब्लू० डी० या नगर निगम का ठेकेदार हो मौरंग की जगह डस्ट का प्रयोग करने में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। क्योंकि जनप्रतिनिधियों को वह पहले ही साध लेते हैं।

इसी तरह का आजकल गुजैनी-जी ब्लॉक का रामलीला पार्क सौन्दर्यो करण के निर्माण की धांधलियों के चलते सुर्खियों में चल रहा है। मामला बढ़ता देख आधा काम डस्ट से एक-दस के मसाले में कराने के बाद अब धूल झोंकने के लिए ठेकेदार ने मौके स्थल पर मौरंग गिरवा दी है।

ताकि जांच में वह अधिकारियों को मानक के अनुरूप निर्माण हेत होते हुए दिखा सके। हालांकि जांच में सिर्फ खानापूर्ति ही होनी है क्योंकि पार्षद प्रतिनिधि से लेकर एक बड़ा जनप्रतिनिधि भी ठेकेदार की कम्पनी का सरपरश्त बताया जा रहा जाता है। आपको बताते चलें कि जी ब्लॉक गुजैनी के.

रामलीला पार्क के पुनरोद्धार के लिए मेसर्स तेजस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट सल्युसस प्रा० लि० कम्पनी को चार दिवारी सौन्दर्यो करण आदि के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण से ठेका मिला था। जिसका कार्य ठेकेदार संजय सिंह करा रहे हैं। इन्होंने आधे से अधिक कार्य इलाकाई जनता के तमाम विरोधों के बावजूद.

डस्ट के एक-दस के मसाले से करा दिया। अब मामला जब ऊपर पहुंच गया तो सारे क्षेत्रीय अधिकारियों के दुलारे इस ठेकेदार को कार्यस्थल पर मौरंग गिरवानी की सलाह मिलते ही उन्होंने मौरंग गिरवा दी। ताकि खानापूर्ति वाली जांच में वे डस्ट के प्रयोग की शिकायत झूठी साबित कर सके।

क्योंकि क्षेत्रीय पार्षद जिस जनप्रतिनिधि का खास है। ठेकेदार उसका खास है। फिर अधिकारी सभी क्षत्रीय हैं। बिगड़ने वाला कुछ नहीं है। जैसा ठेकेदार ने पहले कहा था।

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