जेल में खूनी संघर्ष‚ तीन कैदियों की मौत

के० एस० टी०,चित्रकूट/लखनऊ संवाददाता। जिला जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद पूर्वाचल के गैंगस्टर ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए पश्चिमी यूपी के दो दुर्दातं अपराधियों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गैंगस्टर को भी मार गिराया। जानकारी पर आईजी के. सत्यनारायण‚ जिलाधिकारी सभ्रांत कुमार शुक्ल व एसपी अंकित मित्तल सहित कई थानों का फोर्स जेल पहुंच गया।

इस बीच‚ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए टीम गठित की है व कारागार महानिदेशक से तत्काल मामले की रिपोर्ट मांगी है। इधर‚ घटना को लेकर देर रात राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जेल अधीक्षक और जेलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने देर रात इस सिलसिले में एक आदेश जारी किया है‚

जिसके अनुसार जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेन्द्र पाल को कार्य के प्रति उदासीनता और शिथिलता बरतने के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। निलंबन के दौरान श्री त्रिपाठी डॉ. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ से संबद्ध रहेंगे। श्री त्रिपाठी के स्थान पर कासगंज के जिला कारागार अधीक्षक अशोक कुमार सागर को चित्रकूट भेजा गया है‚ जबकि जेलर का कार्यभार अयोध्या जिला जेल के.

कारापाल सीपी त्रिपाठी को दिया गया है। जेल प्रसाशन के अनुसार जिला जेल की उच्च सुरक्षा बैरक में निरुद्ध अंशुल दीक्षित पुत्र जगदीश जिला जेल सुल्तानपुर से प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित होकर चित्रकूट जिला जेल में निरुद्ध था। उसके साथ उसी बैरक में मेराजुद्दीन भी बंद था। वहीं दुर्दातं अपराधी मुकीम काला दूसरी बैरक में बंद था। शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे जब सभी कैदी नाश्ते के लिए बाहर निकले‚

तभी अंशुल दीक्षित ने सहारनपुर से प्रशासनिक आधार पर आए बंदी मुकीम काला पुत्र मुस्कीम निवासी जहानपुर कैराना जिला शामली और वाराणसी जिला जेल के प्रशासनिक आधार पर आए मेराज अली निवासी वाराणसी की पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान उसने 5 अन्य बंदियों को बंधक बना लिया और उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगा। इसकी सूचना जेल प्रशासन ने जिला प्रशासन को दी।

जानकारी मिलते ही डीएम सभ्रांत कुमार शुक्ला व एसपी अंकित मित्तल पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और बंदी को निंयत्रित करने का प्रयास किया। इस दौरान अंशुल ने पुलिस के ऊपर भी फायर कर दिया। उसकी आक्रामकता तथा जिद को देखते हुए पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की,जिसमें अंशुल दीक्षित भी मारा गया। एसपी ने बताया कि कारागार में तलाशी कराई जा रही है।

घटनाक्रम की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं फिलहाल कारागार में शांति है। मुकीम काला पश्चिमी यूपी का दुर्दांत अपराधी था। कैराना पलायन कांड का मुख्य अपराधी रहा था। उस पर हत्या, डकैती, लूटपाट व फिरौती सहित अन्य मामलों में 65 मुकदमे दर्ज हैं। उसने पश्चिम यूपी सहित पंजाब व हरियाणा में कई जधन्य अपराधों को अंजाम दिया था। वही मारा गया कैदी मेराजुद्दीन बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी का.

करीबी था। उस पर तीन मुकदमे दर्ज हैं। 20 मार्च 2021 को वाराणसी से चित्रकूट जेल उसका ट्रांसफर हुआ था। मुकीम काला 7 मई 2021 को चित्रकूट जेल आया था। वही अंशुल दीक्षित 8 दिसंबर 2019 से चित्रकूट जेल में था वह पूर्वांचल का गैंगस्टर था। जानकारी मिलने पर आईजी के सत्यनारायण ने भी जेल पहुंचकर जायजा लिया। डीएम ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, जेल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

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