के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता।प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा के लिये जनपद के सभी थानों में महिला हेल्प डे़स्क खुलवाए हैं‚ लेकिन इन पर आने वाली शिकायतों पर जिम्मेदार कितने गंभीर रहते हैं‚ इसकी बानगी मंगलवार को बर्रा में देखने को मिली। यहां ससुरालीजनों ने बहू को सिर्फ इसलिये घर से निकाल दिया कि उसने बेटी को जन्म दिया।
पीड़िता ने थाने में गुहार लगायी‚ लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी। थक हारकर पीड़िता ने समाजसेवी संगठन का सहारा लिया। मंगलवार को पीड़िता को लेकर समाजसेवी महिलायें थाने पहुंची और जमकर हंगामा किया। महिलाओं का उग्र रूप देख पुलिस ने पीड़िता के ससुरालीजनों को थाने लाकर बैठा लिया। देर शाम तक दोनों पक्षों में वार्ता होती रही।
बर्रा निवासी आशा पांडे़य का विवाह दो साल पूर्व आई ब्लॉक में रहने वाले हरिओम पांडे़य से हुआ था। आशा ने बताया कि विगत वर्ष उसने बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद से ही पति व ससुरालीजनों का रवैया बदल गया और वह लोग बेटी होने का ताना देने के साथ ही उसे प्रताड़ित करने लगे। उसने कई बार बर्रा थाने में महिला हेल्प डे़स्क पर शिकायत की‚
लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मंगलवार सुबह ससुरालीजनों ने उसे बेटी के साथ घर से निकाल दिया। इस पर उसने महिला समाजसेवी संगठन से न्याय की गुहार लगायी। महिला संगठन की पदाधिकारी उसे लेकर थाने पहुंची और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुये हंगामा करने लगीं। महिलाओं का उग्र रूप देख पुलिस ने.
उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया और पीड़िता के ससुरालीजनों को थाने ले आयी‚ जहां देर शाम तक दोनों पक्षों में समझौते को लेकर वार्ता चलती रही। बर्रा थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौते को लेकर वार्ता चल रही है।