गंगा बैराज के आसपास के इलाकों को अवैध निर्माण पर जल्द गरजेगा बुलडोजर

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कोरोना का कहर कम होने के साथ ही केडीए ने गंगा बैराज के आस पास के इलाकों को अवैध निर्माण से मुक्त करने की फिर से तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए डूब क्षेत्र में बचे कब्जे और अवैध प्लाटिंग साइट्स चिह्नित करके अगले हफ्ते से अवैध निर्माण गिराए जाएंगे। इसमें तमाम अवैध प्लाटिंग कराने वालों को पहले दो बार नोटिस दी जा चुकी है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है।

अब इन टाउनशिप में बने अवैध निर्माण को ढहाया जाएगा। बीते साल सितंबर में दैनिक जागरण ने गंगा बैराज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग होने और टाउनशिप विकसित किए जाने का सच सामने लाकर केडीए को आईना दिखाया था। इसके बाद केडीए ने एक हजार बीघा जमीन खाली करा बिना लेआउट के बने आधा दर्जन प्लाटिंग साइट्स ढहा दिया था। कटरी शंकरपुर सराय, लक्ष्मीपुरवा, लोधवाखेड़ा,

छोटा मंगलपुर समेत बैराज क्षेत्र के डूब क्षेत्र में अद्र्धविकसित टाउनशिप को नोटिस दी गई थी। लक्ष्मी पुरवा में गंगा के किनारे बिल्डरों ने टाउनशिप खड़ी कर दी, जबकि एनजीटी के आदेश हैं कि गंगा से सौ मीटर दूरी पर निर्माण कराया जाए। पूर्व उपाध्यक्ष राकेश सिंह ने इन टाउनशिप को नोटिस देने के आदेश दिए थे। इसके बाद नोटिस दिया गया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।

उपाध्यक्ष राकेश सिंह के सेवानिवृत्त होने से मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इस बीच कोरोना कफ्र्यू लगने के साथ ही अफसरों व कर्मचारियों के संक्रमित होने से काम रुक गया। हालांकि भूमाफिया और बिल्डरों ने कोई कार्रवाई न होने से फिर से बैराज के पास तोड़े गए रैंप को बना दिया, इसके बाद कटरी में आसानी से ट्रक आ जा सकते हैं। दैनिक जागरण ने इसे प्रमुखता से छापा तो केडीए अफसरों की नींद टूटी।

कार्रवाई करने के लिए अब दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं। अगले हफ्ते से अभियान चलाकर कब्जे हटाए जाएंगे। दस्ते के अवर अभियंता अजय सिंह ने बताया कि कोरोना के कारण काम रुका था। अवैध टाउनशिप चिह्नित हैं। नोटिस दी गई थी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है। इनको गिराया जाएगा। जोन एक के प्रभारी और संयुक्त सचिव केके सिंह ने बताया,

अगले हफ्ते से बैराज के आस पास बने अवैध निर्माण हटाए जाएंगे। पहले चरण में डूब क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। सिंचाई विभाग को रैंप तोडऩे के लिए भी पत्र लिखा जाएगा।

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