भू-स्वामी से ही निर्माण के बदले माँगी जा रही है दो लाख रुपये की माहवारी

अमिलिहा गांव में दबंगों का कारनामा

कई पीढ़ियो से काबिज हैं अमिलिहा गांव में

पूरी जिंदगी बाहर कमा-कमाकर जोड़ा अब हड़पना चाहते हैं माफिया


अमिलिहा के प्रधान मनीष दीक्षित का कहना है कि ऋषभ शुक्ला बेवजह महेश शर्मा के निर्माणाधीन मकान में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। जबकि ऋषभ शुक्ला खुद भू-माफिया है। अभी कुछ दिनों पूर्व ही उनके अवैध निर्माण के खिलाफ अपर नगर मजिस्ट्रेट छटम को प्रार्थना पत्र देकर निर्माण गिरवाया था। जबकि महेश शर्मा छह-सात पीढ़ियों से वास कर रहे हैं। उनकी इसी जमीन पर चक्की व बिजली विभाग से बिजली कनेक्शन के साथ कुआं तो आज भी मौजूद है। उसके बावजूद अवैध वसूली के लिए निर्माणकर्ता का विरोध किया जा रहा है। प्रधान मनीष दीक्षित ने ऋषभ शुक्ला पर जुआड़ खाने चलवाने का भी आरोप है। वह ऋषभ शुक्ला को खनन माफिया बताते हैं।

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। चौबेपुर किसान पुत्र महेश शर्मा एस०पी० ग्रामीण के यहां न्याय की गुहार लगाते-लगाते रो पड़ा। उसका कहना था कि गांव के दबंग खनन माफिया ऋषभ शुक्ला पुत्र श्याम बिहारी शुक्ला उसे अपनी ही जमीन में रिहाईश के निर्माण में तरह-तरह से प्रताड़ित करते रहते है साहब अब तो लगता है ऋषभ शुक्ला पुत्र श्याम बिहारी शुक्ला मेरे और परिवार के लिए घातक साबित होने लगे है।

अब तो सीधे-सीधे निर्माण के बदले दो लाख रुपये महीनें की रंगदारी की मांग करने लगे हैं। इसके अलावा वे प्रशासनिक अधिकारियों को गलत प्रार्थना पत्र देकर कार्य में समय-समय पर अवरोध भी उत्पन्न करते रहते हैं। जबकि मामले में जरा सी भी सच्चाई नहीं है। ग्राम अमिलिहा थाना चौबेपुर निवासी स्व: नत्यु प्रसाद शर्मा के पुत्र महेश शर्मा का परिवार कई पीढ़ियों से निवास करता चला आ रहा है।

चूंकि महेश शर्मा कलकत्ता में काम करते थे। लिहाजा उस समय उनकी जमीन की देखभाल ही होती रही इधर कलकत्ते से लौट कर आने के बाद अपने पुराने जर्जर मकान को गिरा कर उस पड़ी जमीन पर रिहाईश के लिए निर्माण कार्य जारी करा दिया। यह निर्माण कुछ हो भी गया। इसी बीच हमारी ही ग्राम सभा के एक मजरे पनऊपुरवा के ही दबंग ऋषभ शुक्ला ने उपजिलाधिकारी बिल्हौर को यह आरोप लगाकर प्रार्थना पत्र दे दिया कि.

निर्माण वाली जमीन ग्राम पंचायत की है। जिसमें पड़ताल हुई तो चूंकि जमीन महेश शर्मा की साबित होने पर प्रार्थना पत्र देने वाला पक्ष उबल गया और उसने निर्माण कर्ता को धमकाना शुरू कर दिया। अब वह जान गए हैं कि न्यायिक प्रक्रिया से निर्माण रुकवाना मुश्किल है तो वह महेश शर्मा से सीधे दबंगई पर उतर आए और निर्माण के बदले दो लाख रुपये प्रति माह रंगदारी गुंडाटैक्स की मांग कर रहे है।

अब पीड़ित पूरी जिंदगी दूसरे शहर में किसी तरह काम धंधा कर रुपये संगठित कर अपने बुढ़ापे व परिवार की खुशी के लिए रिहाईश अव्वल दर्जे का मकान बनवा रहा है तो आये दिन किसी न किसी प्रकार से व्यवधान डाला जा रहा है। पीड़ित स्थानीय थाने चौकी से लेकर हर उस जगह न्याय की गुहार के लिए जाना चाहता है। जहां से उसे न्याय मिल सके। इसी परिपेक्ष्य में पिछले सप्ताह एस०पी० ग्रामीण के यहां आया था।

किन्तु उनसे मुलाकात नही हो सकी। पीड़िता महेश शर्मा का आरोप है कि दबंग ऋषभ शुक्ला खनन माफिया व भूमाफिया है उसने कई जमीनों पर चौबेपुर में कब्जा कर रखा था। जिसे हाल ही में उपजिलाधिकारी ने खाली करवाया है। उसके परिवार के लोगो पर भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज रहे है। जिनसे उन्हें व उनके परिवार को हमेशा जान माल का खतरा बना रहता है।

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