पायरिया को हल्के में न लें मुख कैंसर का भी बन सकता है कारण
◆ पान मसाला के लत से छोटा मुंह हो जाने वालों के इलाज से पढ़ रही है दूर-दराज के जिलों की भीड़
◆ टेढ़े-मेढ़े वाले दांतो का भी शर्तिया इलाज
◆ रूट केनाल स्पेशलिस्ट के रूप में भी कल्याणपुर में जाने जाते हैं डॉ० आकाश श्रीवास्तव
◆ सीनियर सिटीजन व आर्मी वालों की फीस माफ, इलाज में भी काफी छूठ
के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कुछ शख्सियते ऐसी होती हैं जो मौका मिलते ही न सिर्फ अपनी चमक बिखेर देते हैं बल्कि उससे समाज को भी ज्यादा से ज्यादा प्रकाश देकर लाभांवित करते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत समूचे कानपुर नगर में कल्याणपुर में रूट केनाल स्पेशलिस्ट के रूप में चर्चित शहर के मशहूर दंत व जबड़ा रोग विशेषज्ञ डॉ० आकाश श्रीवास्तव ने कम समय में इतनी बड़ी शोहरत शहर के चिकित्सकों के बीच हासिल कर ली है।
जिससे सीनियर चिकित्सक भी इस शख्सियतो न सिर्फ कायल है बल्कि उन्होंने शहर में बड़ी तादाद में पान मसाला के लती लोगो के बंद होते मुख को खोलकर होने वाले जान लेवा मुख कैसर से बचाकर उनके व उनके परिवार की दुआएं देने का जो सिलसिला बरकरार रखा है। उससे वह दूर-दराज तक लोकप्रिय होते जा रहे है। उन्नाव जनपद के सिकंदरपुर के मूल निवासी डॉ० आकाश श्रीवास्तव की प्रारम्भिक शिक्षा लखनऊ उसके बाद कानपुर के क्राइस्टचर्च कॉलेज व महाराणा प्रताप व.
उसके बाद मुम्बई से विशेष चिकित्सकीय कोर्स किया। इस समय डॉ० आकाश श्रीवास्तव का अपना स्माइल लाइन डेन्टल क्लिनिक सी-32 न्यू आजाद नगर कल्याणपुर कानपुर के आशा देवी मन्दिर ठीक सामने है। उन्हें यहां रूट केनाल स्पेशलिस्ट के रूप से ख्याति मिली है। डॉ० आकाश श्रीवास्तव दांत व जबड़ा रोग विशेषज्ञ के साथ तमाम सोशल एक्टिविटीज करके समाज की सेवा भी करते हैं। इसनी बड़ी मिसाल वे आर०एस०एस० के नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन के.
पदाधिकारी होने के साथ ही तमाम एन०जी०ओ० से जुड़कर समाज को मुक्त चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे हैं। डॉ० आकाश श्रीवास्तव के क्लीनिक में भी 60 वर्ष से अधिक की उम्र वाले सीनियर सिटीजन से भी किसी भी तरह uकी फीस नहीं ली जाती है। इलाज में भी उन्हें बहुत रियायती दरों वाली राहत दी जाती है। इसी तरह का नजरिया उनका आर्मी से जुड़े लोगों के साथ ही होता है। दांत व जबड़े रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर आकाश श्रीवास्तव यू तो टेढ़े मेढ़े दांतो के इलाज के.
साथ मुंह में वैक्टेरिया हो जाने का इलाज करते हैं। जिसमें उनका कहना है कि वैक्टेरिया वाले मरीजों की संख्या वर्तमान समय में ज्यादा मीठे खान पान व फास्ट फूड के प्रयोग से ज्यादा हो रही है। लिहाजा इसे हल्के में न ले वरना दातों में सड़न से मुंह में कैंसर तक होने की संभावना बढ़ जाती है और विशेषज्ञ चिकित्सकों के बिना परीक्षण के दवा न ले। इसके अलावा डॉ आकाश श्रीवास्तव को शोहरत पान मसाले के सेवन से छोटा मुंह हो जाने पर के शतप्रतिशत इलाज से.