● सड़क की ठंड में एक ही नहीं दो मौतें
● इलाकाई लोग भूमाफिया व पुलिस की सांठगांठ से नाराज
● ऐसे में एक दयावान परिवार ने मुस्लिम को दिया आसरा
के० एस० टी०, कानपुर संवाददाता। अंधेरी नगरीय चौपट राजा वाली कहावत कल्याणपुर थाने की विश्वविद्यालय चौकी के ऊपर पूरी तरह चरितार्थ हो रही है। आजकल यहां की चौकी मकड़ीखेड़ा की ग्राम सभा की जमीनों पर कब्जे हटवाने व कब्जे कराने में ज्यादा दिलचस्पी ले रही हैं। इसी तरह का एक ताजा मामला प्लाट नम्बर 38 में देखने को मिला।

जहां रुखसाना के परिवार को पुलिस के सामने भू-माफियाओं ने बेदखल कर दिया। सड़क में आए इस परिवार में दो-दो जवान मौते हो चुकी हैं। उसके बाद भी नामुराद पुलिस को दया नही आई। आज यह परिवार एक दयावान तिवारी के निर्माणाधीन मकान में मजदूरी कर वहीं रह रहा है।
चौकाने वाली बात यह है कि 38 (5) मकड़ी खेड़ा के मकान मुस्तफा अपनी पत्नी रुखसाना दो लड़के, तीन बेटियों व पोते के साथ 20 वर्षो से उक्त मकान में झोपड़ी डाल कर रह रही थी। जिसमें 13 जून 2012 को रुखसाना के नाम से बाकायदा मीटर लगा है। चुकी यह जमीन ग्राम सभा के पट्टे की जमीन थी।
जिसे गांव के लोगों ने इस परिवार की गरीबी देखकर उन्हें यह जमीन दिलवाई थी। जिससे यह परिवार हंसी-खुशी यहां रह रहा था। किन्तु गरीबी ने उस दिन इनकी बदनसीबी बयां की। जब पूरा देश प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की मौत का शोक मना रहा था। उस समय तत्कालीन चौकी इंचार्ज भू-माफिया अभय मिश्रा के इशारे पर उक्त जमीन पर कब्जा ढहा रहे थे।
कुछ ही समय में इस परिवार का सामान निकालकर सड़क पर फेंक दिया गया किन्तु मोहल्ले वालों ने फिर से इस परिवार को वही पर बसवा दिया किन्तु कुछ ही समय बाद वे फिर से बेदखल कर दिये गये। उसके बाद उनका जवान बेटा सड़क पर मरा। उसके बाद एक और मौत हुई।







