महिला सिपाही के साथ कानपुर के होटल में आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए उन्नाव CO निलंबित
10 Jul
के० एस० टी०,लखनऊ संवाददाता।महिला सिपाही के साथ कानपुर के एक होटल में आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया को निलंबित कर दिया गया है। वह उन्नाव में सीओ बीघापुर के पद पर तैनात थे। शासन ने आचरण नियमावली के तहत सीओ के विरुद्ध विभागीय जांच का भी आदेश दिया है। डीजीपी मुख्यालय ने सीओ के विरुद्ध रिपोर्ट शासन को भेजी थी।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में तैनात सीओ कृपाशंकर एक दिन की छुट्टी लेकर निकले थे और परिचित महिला सिपाही को लेकर कानपुर के एक होटल पहुंच गए थे। सीओ के घर न पहुंचने पर परिवारीजन ने पुलिस से भी शिकायत की थी, जिसके बाद उनकी तलाश शुरू की गई थी और सीओ होटल के कमरे में महिला सिपाही के साथ मिले थे। वह बीते दिनों पदोन्नति पाकर निरीक्षक से पुलिस उपाधीक्षक बने थे।
दरअसल, उन्नाव में तैनात सीओ कृपा शंकर कन्नौजिया मंगलवार रात एसपी उन्नाव से बेटी की शादी के बहाने छुट्टी लेकर घर जाने की बात कहकर निकले थे। अति सतर्कता में उन्होंने गलती यह कर दी कि अपने सभी मोबाइल फोन बंद कर दिए। रात में उनकी पत्नी ने नंबर मिलाए तो सभी बंद मिले। ऐसे में उन्होंने अनहोनी होने की आशंका में एसपी उन्नाव को फोन कर दिया।
एसपी ने सर्विलांस टीम को सक्रिय किया। उसने आधी रात के बाद सीओ को महिला सिपाही के साथ माल रोड स्थित एक होटल में पाया। सीओ उन्नाव एक ग्रामीण सर्किल में तैनात थे और मूल रूप से गोरखपुर मंडल के एक जिले के निवासी हैं। उन्होंने मंगलवार को घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया। करीब चार बजे वह एक महिला सिपाही के साथ कानपुर के माल रोड स्थित होटल पहुंचे और.
वहां किराये का कमरा लेकर ठहर गए। महिला सिपाही उन्नाव के बीघापुर सर्किल के एक थाने में तैनात है। इधर, पत्नी ने रात में फोन मिलाया तो सभी नंबर बंद मिले। उन्होंने पूछताछ की तो पता चला कि वह अवकाश लेकर घर के लिए निकले हैं। इससे पत्नी और परेशान हो उठीं। रात में उन्होंने एसपी उन्नाव को फोन करके पति की हत्या की आशंका जताते हुए मदद मांगी। एसपी ने आनन-फानन सर्विलांस टीम को.
सक्रिय किया तो उनका मोबाइल नेटवर्क गंगा पार कानपुर में एक होटल में आकर बंद हो गया। रात करीब 12 बजे उन्नाव पुलिस होटल पहुंची और पूछताछ की तो पता चला कि सीओ साहब किसी महिला के साथ ठहरे हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और वापस लौट गई। खास बात यह कि इतना सब होने के बाद भी सीओ ने महिला सिपाही के साथ ही होटल में रात बिताई और सुबह यहां से गए।
सीओ और उनकी महिला सिपाही मित्र ने होटल में अपने-अपने पहचान पत्र दिए थे। उम्र में बहुत अधिक अंतर न होने की वजह से होटल प्रबंधक भी माजरा भांप नहीं पाए। सीओ ने पुलिस से जुड़ी अपनी पहचान भी गुप्त रखी थी। उन्नाव पुलिस ने सीओ और महिला सिपाही से पूछताछ की। दोनों बालिग हैं। उन्होंने होटल बुक कराते समय पहचान पत्र दिए थे और सीओ अवकाश पर थे,
इसलिए पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और पूछताछ व कुशलक्षेम लेकर लौट गई। हालांकि, सुबूत के तौर पर उन्नाव पुलिस सीओ से जुड़े वीडियो अपने साथ ले गई है। होटल में प्रवेश करते समय सीओ और उनकी महिला मित्र सीसीटीवी कैमरे में शाम चार बजे कैद हुए थे। पुलिस सूत्र बताते हैं कि सीओ गोंडा से तबादला होकर यहां आए थे।
वे बिहार थाने में तैनात महिला दारोगा को भी फोन व इंटरनेट मीडिया पर अश्लील मैसेज भेजते थे। जब उसने विरोध किया तो उन्होंने उसकी विभागीय फाइल खोल दी। दारोगा ने आला अधिकारी को जानकारी देकर अपना ट्रांसफर करवा लिया था। आरोप है कि वे अपनी अधीनस्थ महिला पुलिस कर्मियों से अश्लील बातें भी करते रहते हैं।