के० एस० टी०,कानपुर संवाददाता।पनकी स्थित अति प्राचीन कछुआ तालाब में बीते दिनों एक बुजुर्ग व 50 किलो से भी अधिक वजन के दुर्लभ कछुए की मौत के मामले में शासन से 9 सदस्यीय जांच दल भेजा गया।
जांच दल ने कछुआ तालाब का निरीक्षण कर जांच कार्य शुरू करने के साथ ही बताया कि प्रथम दृष्टया मिली जानकारी के बाद आगे की जांच व कार्रवाई भारतीय वन्य जीव संस्थान की गाइड़लाइन के आधार पर होगी।
विधायक सुरेन्द्र मैथानी के प्रयासों के बाद शुक्रवार को शासन के निर्देश पर एक 9 सदस्यीय जांच दल दुर्लभ कछुए की मौत की जांच करने शहर आया। जांच दल ने विधायक श्री मैथानी के साथ जाकर कछुआ तालाब का निरीक्षण किया।
जांच दल में जिला वन अधिकारी अरविंद सिंह‚ चिड़ियाघर के ड़ॉ.आर के सिंह‚ मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ड़ॉ. आरपी मिश्रा‚ ड़ॉ. सुधीर श्रीवास्तव‚ ड़ॉ. बृजेश यादव‚ड़ॉ. रविशंकर गौतम और ड़ॉ. के दोहरे शामिल थे।
जांच टीम ने मौके पर निरीक्षण कर तालाब में रहने वाले उम्रदराज कछुओं की देखभाल व यहां की स्थितियों का जायजा लिया। टीम ने विधायक श्री मैथानी से कहा कि आज की जांच में जो भी सामने आया है‚
उसकी रिपोर्ट भारतीय वन्य जीव संस्थान को दी जायेगी। उन्होंने बताया कि कछुए की मौत हुए समय बीत गया‚ जिसके चलते उसका पोस्टमार्टम कराना संभव नहीं है।
नगर निगम के जोनल अधिकारी अशोक भाटी ने बताया कि तालाब सुंदरीकरण व कछुआ तालाब की व्यवस्था के प्रोजेक्ट के लिए 4.7 करोड़़ की धनराशि का प्रावधान किया गया था‚ जिसमें से अभी 2 करोड़़ ही निर्गत हुआ है।
श्री मैथानी ने शेष धनराशि जल्द ही निर्गत कराने का आश्वासन दिया। निरीक्षण में दीपक सिंह‚ अभिनव दीक्षित‚ चंद्रमणि चौबे‚ ललित उपाध्याय‚ कौशलेन्द्र सिंह‚ चंद्रमोहन मिश्र‚ सुमित पाल और सुखलाल आदि थे।