सी.बी.आई. जॉच में प्रथन ट्टष्टया निशाने पर होगी रणजीत राय टीम
07 Aug
◆अपराधी साथी भी आ सकते है जांच के शिकंजे में
के० एस० टी०,कानपुर।बर्रा के निलंबित थानेदार रणजीत राय का मामला खुलने के बाद जब सारा गेम सी. बी. आई. के हाथों में चला गया है। तब से रणजीत राय खेमे में हलचल मची हुई है। खासतौर पर उनके खास अपराधी गुर्गे विजय वर्मा व ओम शिवा इस जांच के घेरे में प्रथम ट्टष्टया ही घिरते नजर आ रहे है।
क्योंकि संजीत अपहरण कांड में जिस नाटकीय भाई ढंग से घटनाक्रम में पुलिस उन्हें इधर-उधर घुमाते रही उससे या तो पुलिस के पास इस अपरहण कांड का कोई खास पुख्ता प्रमाण नहीं मिलाया फिर रणजीत राय टीम आरोपियों को बचाने के तमाम प्रयास किस आधार पर करती रही।
जहां तक अपह्रत संजीत के घर वालों को अभी तक की पुलिस जांच व जेल भेजे गये आरोपियों के विषय में किसी भी तरह से संतुष्टि नहीं दिख रही है। वरना वे अंत तक सी. बी. आई. जॉच पर अड़े न रहे होते। जहां तक मामले की सी. बी. आई जांच शुरू होने वाली है।
ऐसे में खास निशाना जांच में पुलिस की भूमिका की ही होगी कि आखिर उन्होंने इतने बड़े मामले में अपनी जांच में इतना लचीला रवैया क्यों अपनाया? क्या पैसा की वसूली में तत्कालीन थानेदार रणजीत राय ने अपने अपराधी साथियों विजय वर्मा व ओम शिवा का साथ तो नहीं लिया था.
क्योंकि जहां-जहां रणजीत राय रहे। इनकी अपराधिक गतिविधियां वही बढ़ी। जिसके बदले में अपराधी साथी उन्हें महंगी महंगी गाड़ियां गिफ्ट करते थे।