सतवरी रोड में कानपुर विकास प्राधिकरण का बड़ा घपला तो नहीं!
13 Aug
●बिना नक्शे के तन गई व्यवसायिक बिल्डिंगे
●करोड़ों के राजस्व का नुकसान का अंदेशा
●जोन-4 के जूनियर इंजीनियर एस० आर० सिंह व अजय सिंह की संदिग्ध भूमिका तो नहीं
के० एस० टी०,कानपुर। कानपुर विकास प्राधिकरण जोन- 4 का सतवरी एक बार फिर से सुर्खियों में है। चौंकाने वाली बात यह है कि यहां के एक बड़े एरिये में मॉल, गेस्ट हाउस व अन्य तमाम व्यवसायिक व रिहायशी बिल्डिंगें खड़ी हो चुकी हैं। किन्तु इसमें शायद ही किसी बिल्डिंग का नक्शा कानपुर विकास प्राधिकरण से पास हुआ हो।
उसके बावजूद निर्माण पर निर्माण हुए जा रहे हैं। जिनकी निगरानी के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण दस्ता जाता है किन्तु मात्र औपचारिकता भर पूरी करके लौट आता है। कानपुर विकास प्राधिकरण के इस रवैय्ये से राजस्व की कितनी हानि हो रही है। इसकी जवाबदेही किसी के पास नहीं है।
आपको बताते चलें कि जोन-4 न्यू आजाद नगर के पास सतवरी रोड इलाके की एरिया को कानपुर विकास प्राधिकरण ने डवलव करने की योजना तैयार की थी। जिसके चलते लोगों ने यहां प्लाट लेकर व्यवसायिक माल, गेस्ट हाउस, नर्सिंग होम, स्कूल वगैरह के साथ-साथ रिहायशी बिल्डिंगे भी बनवा ली।
जिसमें कानपुर विकास प्राधिकरण की टीम से इनके सांठ-गांठ के चलते कोई इनसे पूछने ही नहीं आता था कि उक्त बिल्डिंग का नक्शा कानपुर विकास प्राधिकरण से आखिर क्यों नहीं पास कराया गया? किस आधार पर बहुमंजिली व अलीशान बिल्डिंगे काफी जगह में तन गई?
माना जा रहा है कि यह कानपुर विकास प्राधिकरण का बहुत बड़ा घोटाला साबित हो सकता है। क्योंकि इससे प्रदेश में राजस्व की बड़ी हानि हुई है। ऐसी सूरत में यहां की निर्माणाधीन बिल्डिगों का ऐसा नहीं है की विभागीय जूनियर इंजीनियर व इंस्पेक्टरों को मालूम न हो।
सूत्र बताते हैं कि नए निर्माण की सूचना पर वह यहां वहां पहुंच जाते हैं और सीधे- साधे सौदा भूस्वामी से करके उल्टे पैर लौट आते हैं। माना जा रहा है कि कानपुर विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष की सीट खाली होने का सारा लाभ अधिनस्थ उठा रहे है।