Skip to contentके० एस० टी०,कानपुर। मैंने जीवन में बहुत गलतियां कीं और झूठ बोला, पूरे होश-ओ-हवास में ये कदम उठा रहा हूं…। सुसाइड नोट में कुछ ऐसी इबारत लिखकर निर्माणाधीन मकान में फर्नीचर ठेकेदार ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया लेकिन अभीतक खुदकशी की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस ने स्वजनों से पूछताछ शुरू कर दी है और उसके साथ काम करने वालों से भी जानकारी जुटा रही है।
किदवई नगर के-ब्लाक निवासी 41 वर्षीय सचिन गुप्ता फर्नीचर की ठेकेदारी करते थे। परिवार में पिता रामशरण, पत्नी रोली, 6 वर्षीय बेटी जयति, दो वर्षीय चारू है। रामशरण की जूही डिपो के पास मार्बल की दुकान हैं। रामशरण ने बताया कि बर्रा-दो में महापौर के सचिव श्रीबाबू के दामाद वाराणसी में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजेंद्र कुमार के निर्माणाधीन मकान में ठेके पर फर्नीचर का काम करा रहा था।
शनिवार को बेटा साइट पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद वह काफी देर से उसे मोबाइल फोन पर कॉल कर रहे थे लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रही थी। इसपर उन्होंने मार्बल की ठेकेदार करने वाले भरत को फोन करके साइट पर जाने के लिए कहा। साइट पर भरत पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने रामशरण को जानकारी देकर बुलाया।
रामशरण के पहुंचने के बाद दरवाजा तोड़कर अंदर गए और पहली मंजिल पहुंचे। यहां रसोई में नायलान की रस्सी से सचिन का शव फांसी पर लटक रहा था। सूचना के बाद बर्रा थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो तलाशी में शर्ट की जेब से सुसाइड नोट मिला। पुलिस ने सुसाइट नोट कब्जे में लेने के साथ स्वजनों से पूछताछ शुरू की, फिलहाल खुदकशी की वजह का पता नहीं चल सका है।
सुसाइड नोट में सचिन ने लिखा है कि पूरे होशोहवास में यह कदम उठा रहा है, इसमें किसी का कोई जोर दबाव नहीं है। हमने अपने जीवन में बहुत सी गलतियां की हैं, हमेशा झूठ ही बोला है। जिसकी वजह से मुझे यह रास्ता चुनना पड़ रहा है। इस कारण मेरे परिवार को काफी दुख होगा, मेरे पास इसके सिवा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है।