के० एस० टी०, कानपुर नगर।जिसका कोई नहीं, उसका तो खुदा है यारों…। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की एक फिल्म की गीत के ये बोल कानपुर की यतीम बालिकाओं पर एकदम सटीक बैठ रही हैं। अब शहर के यतीमखाने में रहने वाली बालिकाएं प्रशासनिक सेवा के लिए तैयार की जाएंगी। इसके लिए अंजुमन यतीमखाना कमेटी अब शिक्षित बालिकाओं को आइएएस और पीसीएस.
की कोचिंग दिलाने की तैयारी कर रहा है।हालांकि यतीमखाने में रहने वाली बालिकाओं को कम्प्यूटर, सिलाई व कढ़ाई आदि का प्रशिक्षण पहले से ही दिया जा रहा है। शहर के अंजुमन यतीमखाना में लड़कियों के लिए एक साल पहले कंप्यूटर कोर्स की शुरुआत की गई थी। यतीम बच्चियों के साथ अन्य छात्राओं को भी एकाउंटेंसी में कंप्यूटर साफ्टवेयर टैली सहित अन्य कोर्स कराए जा रहे हैं।
सिर्फ एक साल में 200 लड़कियां कंप्यूटर में दक्षता हासिल कर चुकीं हैं। इसके साथ उन्हें सिलाई व कढ़ाई की भी मुफ्त ट्रेनिंग दी जा रही है। बीच-बीच में उनकी कॅरियर काउंसिलिंग भी कराई जाती है। अंजुमन यतीमखाना जल्द ही छात्र-छात्राओं को आईएएस व पीसीएस, मेडिकल व सीए की परीक्षाओं के लिए भी तैयार करेगा।
इसमें अंजुमन यतीमखाना इस्लामियां के वित्त सचिव शाहिद कामरान खान, यतीमखाना इस्लामियां के अध्यक्ष मिस्बाहुल इस्लाम, महामंत्री डॉ.फिरोज आलम, कार्यकारिणी सदस्य अख्तर हुसैन अख्तर,अब्दुल मन्नान व अर्जुमंद नदीम फारूकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैैं।