के० एस० टी०,कानपुर नगर।शासन-प्रशासन के जगह निर्धारित कर देने के बावजूद शहर में समानान्तर गिट्टी, मौरंग मंडिया अवैध रूप से सड़कों में विकसित कर ली गई है। जिससे प्रदूषण के साथ ही जाम की बड़ी समस्या बनी रहती है। साथ ही इनके वाहनों से सड़कों में गिरने वाली मौरंग व बालू से मार्ग दुर्घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।
भाटिया तिराहे से भौती की ओर जाने वाली अवैध मौरंग मंडी कालपी रोड को किस तरह प्रभावित कर रही है। इससे राहगीर वाहन सवार व आस-पास की रिहाईशी बस्तियां सबसे अधिक प्रभावित है। आपको बताते चलें कि शासन-प्रशासन ने जान की समस्या को खत्म करने के लिए नौबस्ता मौरंग मंडी को बिनगवां हमीरपुर रोड से 500 मीटर अंदर की ओर आदतियो की क्षमता के अनुसार सौ,
दो सौ व चार सौ गज के प्लाट कानपुर विकास प्राधिकरण से आवंटित कराये थे। जिसमें तीन साल पहले सभी बड़े आवंटित दुकानदार वहां समस्याओं के बावजूद चले गये किन्तु कुछ दुकानदार नौबस्ता हमीरपुर रोड में ट्रैक्टर व ट्रकों के माध्यम से ट्रांसपोर्ट खोलकर समानान्तर अवैध मंडी चला रहे हैं। जिससे जाम की समस्या आज भी बनी हुई है।
इसी तरह कालपी रोड को जोड़ने वाले पनकीपुल के अगल-बगल एक बिनगंवा के समांनान्तर विशाल मौरंग मंडी स्थापित कर ली गई। जिससे इस राजकीय मार्ग में प्रदूषण के साथ जाम की बड़ी समस्या खड़ी हो रही है। वही रिहायशी इलाकों के लोग इस मंडी के बढ़ते प्रदूषण से बुरी तरह से आजीज है।
वही लाखों करोड़ों रुपये लगाकर बिनगंवा में बैठे असली व्यापारियों का इन समानान्तर मंडियों से व्यापार चौपट हो रहा है। जो वहां से कम पैसे में ट्रक के ट्रक माल बेच रहे है। जिसमें घटतौली की तमाम शिकायते आना स्वभाविक ही है।