◆छेड़खानी और गुंडागर्दी आम बात
◆ कुछ महिलाएं दबी जुबान करती हैं विरोध
◆ सुबह से शुरू हो जाता है असमाजिक तत्वों का आवागमन
कानपुर, वरिष्ठ संवाददाता। काकादेव थाना क्षेत्र में डबल पुलिया मलिन बस्ती में जरायम का धंधा जमकर पनप रहा है। आलम यह है कि सुबह से ही गांजा और चरस की बिक्री के साथ-साथ सरेआम जुए की फड़े सज जाती है। जिसमें बाहरी असमाजिक तत्वों की नीचे बाजी के साथ होने वाली छीटा-कशी से यहां की कुछ महिलाएं परेशान है।
किन्तु इनकी अराजकता के सामने विरोध करने वाली महिलाओं की बोलती बंद कर दी जाती हैं। आपको बताते चलें कि वर्तमान समय में लॉक डाउन में शहर में जर्बदस्त सख्ती है। उसके बावजूद डबल पुलिया चौराहे के कुछ कदम पर देवकी से आने वाले मार्ग पर सैकड़ों परिवारों की मलिन बस्ती है। इसी मैदान में एक मैदान में एक निजी गैस एजेंसी से सिलेंडरों की आपूर्ति आसपास के मोहल्लों में होती है। जिससे अच्छे घरों की महिलाएं भी सिलेंडर लेने आ जाती है जिसमें यहां के कल्चर को देखकर वे पहले से ही ख़ौफजदा रहती हैं। इसके बावजूद असामाजिक तत्वों की उल जुलूल हरकतो को वे नजरदांज कर जाती हैं। किन्तु यहां की रिहायश की कुछ महिलाएं नाम न छापने के तमाम वायदों के बाद बताती हैं कि बस्ती में सुबह से गांजा, चरस, देसी व कच्ची शराब की बिक्री सुबह से ही चालू हो जाती हैं। जिसके खरीददार बाहर से ही आते हैं। उसके बाद दोपहर से जुएं की फड़ बस्ती के बीच आम रास्ते में लग जाती है। देख रेख के लिए बीमार से दिखने वाले वृद्ध लोग को खाट पर लिटा दिया जाता है। जो किसी खतरे से इन्हें आगाह करते हैं। बाहरी तत्व की निगाहें यहां की महिलाओं व लड़कियों पर होती है। जो अश्लील कब्तियां कस कर शुरूआत करते हैं। उसके बाद जुए की फड़ो पर रोजाना का आना उनका क्रम बन जाता है। जिसमें कुछ महिलाओं की वजह से यह शरीफों पर भी दबाव बनाते हैं। क्योंकि यह तत्व आस-पास के ही अपराधी तत्व है। लिहाजा किसी के उनके विरोध की हिम्मत नहीं पड़ती।