अतिक्रमणकारियों ने बदल डाली फजलगंज चौराहे की तस्वीर
29 Oct
◆ स्थानीय थाने व ट्रैफिक की नजर रहती है सिर्फ लोकल सवारी वाहनों पर
◆ यही के जाम के बोझ ने नये समान्तर गोविन्दपुरी पुल को कर दिया है बूढ़ा
◆ बहुत खेल है इस कालपी रोड की सड़क पर
के० एस० टी०,कानपुर नगर। सरकारी कागजों की दृष्टि में भले ही फजलगंज चौराहों वाली सड़क राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ने वाली कालपी रोड का हिस्सा क्यों न हो किन्तु यहां की जो वर्तमान तस्वीर है। उसके मुताबिक देखने से ऐसा नहीं लगता कि इस मुख्य सड़क पर नगर निगम, पी० डब्लू० डी० की या किसी अन्य सरकारी विभाग यहां तक थाने की दखलदांजी आड़ी-तिरछी खड़ी रहने वाली बसों,
डग्गामार लोडिंग अनलोडिंग वाले वाहन हो निजी क्रेने हो या एक निजी लग्जरी बस डिपो का आधी सड़क पर कब्जा हो। आश्चर्य की बात यह है कि इस चौराहे के इस अतिक्रमण की वजह से भले ही कितना जाम क्यों न लगे? भले ही गोविन्द नगर के पुल प्रभावित क्यों न हो जाए। थाने एवं ट्रैफिक पुलिस को बेतरतीब खड़े इन वाहनों से किसी तरह की आपत्ति नहीं होती।
चौंकाने वाली बात यह है कि यूं तो महापौर प्रमिला पाण्डेय सड़कों की अवैध पार्किंगो पर हमेशा ही तंज कसती रहती है किन्तु फजलगंज से विजय नगर चौराहे तक उनकी फुटपाथों सड़कों पर अतिक्रमण पर बोलती नहीं खुलती। क्यों न हो उनका भी रटा रटाया जवाब होगा पी० डब्लू० डी० ट्रैफिक या पुलिस विभाग की अतिक्रमण अपनी परेशानी है।
आपको बताते चलें कि सर्व विदित है कि दक्षिण से उत्तर को जोड़ने वाले प्रमुख सेतुओं में गोविन्दपुरी व विजय नगर पुलों की कितनी अधिक महंती आवश्यकता है कि शासन ने अभी पिछले ही वर्षों में दोनों इन जगहों के लिए नये सामानान्तर पुल जनता की समर्पित किये।
बावजूद इन नये पुलों में संवारियों का ऐसा बोझ पड़ा कि दोनों नये पुलों में जगह-जगह गड्ढे पड़ गये। उसके बावजूद इन पुलों खासतौर पर गोविन्दपुरी के बॉर्डर वाले चौराहे फजलगंज चौराहे से अतिक्रमण टूरिस्ट बसों, ट्रकों, क्रेनो, डग्गामार लोडिंग अनलोडिंग सवारी वाहनों,
निजी टूरिस्ट बस स्टेशन ने तो चौराहे की तस्वीर ही बिगाड़ कर रख दी है। चूंकि पुलिस ट्रैफिक शायद निजी कोई स्वार्थ होगा। इसलिए वह ज्यादा से ज्यादा महीने पन्द्रह दिन में अनौपचारिकता में चालान कर देते हैं किन्तु वह भी मामूली बसों या अन्य वाहनों पर ऊंची रसूख वालों पर उनकी बोलती बंद रहती है।