रानी घाट पर अवैध खनन का एसडीएम को पता चला जल्द ही पट्टाधारक पर लगाया जाएगा जुर्माना

के० एस० टी०,कानपुर नगर। काफी टाल मटोल और नानुकुर के बाद डीएम के तेवर बिगडऩे पर के बाद रानी घाट पहुंची एसडीएम सदर को पट्टा क्षेत्र के बाहर अवैध खनन होता मिला। हालांकि एनजीटी के मानकों के विपरीत छह से सात फिट तक हुए खनन और ऑटोमेटिक मशीनों से खनन होने के प्रमाण मिलने के बाद भी उनकी अनदेखी कर दी गई।

ताज्जुब इस बात का कि दीपावली से पहले तत्कालीन एसडीएम सदर वरुण पांडेय द्वारा टीम भेजकर सीमांकन कराने और खनन आवंटित क्षेत्र में ही होने का दावा किया गया था। सप्ताह भर बाद ही हुई जांच में खनन पट्टा क्षेत्र के बाहर पाया गया। अब पट्टाधारक पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई होगी।

एसडीएम के पहुंने के पहले ही पट्टाधारक हो चुकी थी जानकारी

रानीघाट पर हो रहे बालू खनन में हो रहा अंधेर आखिर तहसील प्रशासन को दिख ही गया। दो दिन पहले एसडीएम उपमा पांडेय ने रात में जाने और रास्तों में पानी भरा होने का हवाला देकर टाल दिया। बाद में डीएम के कड़ा रुख अपनाने पर गुरुवार को उनके द्वारा खनन क्षेत्र का मुआयना किया गया। डीएम के द्वारा औचक मुआयना करने का निर्देश था

उसके बाद भी एसडीएम के पहुंचने से पहले ही पट्टाधारक और इंटरनेट मीडिया को इसकी भनक हो चुकी थी। तहसील की टीम पहुंचने से पहले ही खनन क्षेत्र से पांच की पांचों पोकलैंड मशीनों को हटा लिया गया था। हालांकि वह पट्टाधारक के साइड आफिस पर खड़ी थी पर एसडीएम के द्वारा मशीनों के उपयोग के बाबत कोई सवाल नहीं किया गया कि इतनी बड़ी तादाद में मशीनें वहां क्यों हैं।

एनजीटी की बंदिशाें के बाद हो रहा खनन

एसडीएम ने खनन क्षेत्र की पैमाइश तो कराई पर वहां छह से सात फीट तक हो चुके खनन को अनदेखा कर दिया, जबकि एनजीटी की बंदिश है कि तीन फीट से अधिक खनन किसी भी सूरत में नहीं किया जा सकता। साथ ही ये भी हिदायत है कि उससे पहले अगर पानी आ जाता है तो खनन रोक दिया जाएगा।

एसडीएम ने जांच में पाया कि पट्टा क्षेत्र से बाहर 1786 वर्ग मीटर में अवैध खनन हुआ है। कुल 3215 घन मीटर बालू अवैध तरीके से निकाला गया है। पट्टाधारक पर करीब 15 लाख रुपये तक जुर्माना लग सकता है। एसडीएम उपमा पांडेय का कहना है कि गहराई निर्धारित मानक के अनुरूप है, लेकिन क्षेत्र के बाहर खनन किया जाना गलत है।

दीपावली से पहले बताया था सब ठीक

एसडीएम सदर की टीम द्वारा की गई जांच में साफ हो गया कि पट्टाधारक द्वारा आवंटित खनन क्षेत्र के बाहर बालू खोदी जा रही है, हालांकि दीपावली से पहले तत्कालीन एसडीएम सदर के द्वारा बताया गया था कि राजस्व टीम के द्वारा की गई पैमाइश में खनन दायरे में होता पाया गया। उनके द्वारा तब ये भी दावा किया गया था कि खनन क्षेत्र में किसी भी तरह से नियमों का उल्लंघन नहीं किया जा रहा है।

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