के० एस० टी०,उन्नाव संवाददाता। यूपी के उन्नाव जिले में बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हतप्रभ है। तीनों के गले कसे होने, हाथ बंधे मिलने की परिजनों की बात पुलिस नकार रही है। पुलिस की जांच किशोरियों के जहर खाने या खिलाए जाने तक ही सीमित है।
पुलिस की शक की सुई गैरों के साथ ही किशोरियों के अपनों पर भी घूम रही है। बबुरहा गांव में हुई घटना के बाद देर रात पहुंची आईजी लक्ष्मी सिंह ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद मृतक काजल व उसकी भतीजी कोमल के परिजनों से वार्ता की। काजल के पिता सूरजपाल ने एक युवक का नाम लेकर कह दिया कि ‘तुम्हें यह नहीं करना चाहिए था’
यह शब्द सुनते ही आईजी उन्हें किनारे ले गईं और उससे बिंदुवार घटना की जानकारी ली। चर्चा है कि पिता का इशारा घर के ही किसी अपने की ओर था। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए आईजी ने उससे काफी देर तक बात की। तीनों किशोरियों में एक के भाई से भी आईजी ने एक घंटे वार्ता की। इस दौरान कुछ अहम क्लू हाथ लगे हैं।
बाहरियों के साथ ऑनर किलिंग के शक पर भी पुलिस ने जांच शुरू की है। घटना की शाम दो युवकों को किशोरियों के साथ देखे जाने और पुलिस द्वारा एक को उठाकर पूछताछ किए जाने की भी चर्चा तेज है। एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
रोशनी कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में भर्ती
रोशनी की हालत गंभीर होने पर उसे बुधवार देर रात कानपुर के सर्वोदय नगर स्थित रिजेंसी अस्पताल लाया गया। रिजेंसी के आईसीयू में भर्ती रोशनी की हालत फिलहाल सामान्य बताई जा रही है। देर रात एडीजी एसएन साबत भी गांव पहुंचे।
परिवार में मचा कोहराम
मृतका कोमल दो बहनों में बड़ी है। छोटी बहन मोनिका, मां गोमती, पिता व भाई विशाल का रोकर बुरा हाल रहा। काजल दो बहनों में बड़ी है। छोटी बहन नैंसी और मां बिटोला के अलावा चार भाइयों में सूरज, मनीष, सुमित सपाटू घटना के बाद से बदहवास हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा कि किशोरियों के साथ ऐसा किसने किया।
सीओ से जताई नाराजगी
आईजी लक्ष्मी सिंह ने सीओ रमेश चंद्र प्रलयंकर से घटनाक्रम की जानकारी ली तो वह सटीक जानकारी नहीं दे सके। इस पर आईजी ने नाराजगी जताई। कहा कि जो काम आपको करना चाहिए वह मुझे करना पड़ रहा है। अब कोई जानकारी नहीं चाहिए। आई और एसपी के कड़े रुख के बाद सीओ परिवार व गांव के अलग-अलग लोगों से पूछताछ करने लगे।