के० एस० टी०,कानपुर नगर।निर्माणाधीन कानपुर मेट्रो के काम की गति धीमी हो गयी है। कोरोना के भय से करीब 70 फीसद श्रमिक अपने घरों को चले गये है‚ लेकिन इसके बावजूद कानपुर मेट्रो में रात्रि में गर्ड़र रखने का काम जारी है। कानपुर मेट्रो के निर्माण में सैकड़़ों मजदूर लगे हैं।
कानपुर मेट्रो में करीब 70 फीसद मजदूर पश्चिम बंगाल के है। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में वोट ड़ालने के लिए कानपुर मेट्रो के श्रमिक पश्चिम बंगाल गये हुए थे। इन श्रमिकों का कानपुर लौटने का आरक्षण भी कानपुर मेट्रो के ठेकेदार ने करवा दिया‚ लेकिन बढ़ते कोरोना को.
देखकर श्रमिकों ने कानपुर आने से इंकार कर दिया। ठेकेदार का मानना है कि कोरोना का भय खत्म होने के बाद ही श्रमिक पश्चिम बंगाल से कानपुर को लौटेंगे। पिछले लॉकड़ाउन के दौरान कानपुर मेट्रो का काम करीब एक माह बंद रहा था। काम बंद रहने के वाबजूद कानपुर मेट्रो में.
निर्माण का लIय समय से पूरा कर लिया है। वर्तमान में मात्र 30 फीसद ही श्रमिक कानपुर मेट्रो में काम कर रहे है। वर्तमान में गर्ड़र को रखने का काम रात को चल रहा है। अन्य क्षेत्रों में निर्माण कार्य की गति धीमी हो गयी है।