असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० अलका सिंह का दावा

योग और संजीत दो जिस्म जान एक

नाद साधना प्राणायाम योग का मूर्त रूप 

कोरोना महामारी समेत तमाम बीमारियों को दूर रखने का सरल तरीका संगीत अध्ययन


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। कोविड-19 की महामारी के बाद योग की जिस तरह से महत्वपूर्ण आवश्यकता जनसामान्य समझने लगा है। उससे योग के साथ ही उससे जुड़ी साधनाओं पर भी गौर किया जाने लगा है.

अन्तरर्राष्ट्रीय संगीत व योग दिवस पर संगीत विशेषज्ञों ने दावा किया कि संगीत भी योग साधना का ही एक अंग है। जिसमें संगीत की नांद साधना को प्रणाम योग का मूर्त रूप बताया गया।

इस दिवस पर दयानन्द गर्ल्स पी०जी० कालेज कानपुर नगर की संगीत की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अलका सिंह ने संगीत के लगातार अध्ययन से कोरोना महामारी समेत तमाम अन्य बीमारियों को दूर रखने का दावा किया।

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