‘मिमी’ के किरदार से कृति सैनन का बढ़ा रुतबा

सिर्फ सात साल पहले फिल्म ‘हीरोपंती’ से आपने करियर शुरू किया और अभी से लोगों को बिट्टी मिश्रा, रश्मि त्रिवेदी या पार्वती बाई जैसे आपके किरदारों के नाम याद रहने लगे हैं, ये अलग अलग किरदार संयोग हैं या रणनीति? जी, रणनीति तो बिल्कुल नहीं है। शुरू में तो आपके पास गिने चुने ही प्रस्ताव आते हैं और इनमें से जो पसंद आते हैं, वह हम करते चले जाते हैं। हां, इन्हीं के बीच कुछ मील के पत्थर आते हैं.

जो आपको कुछ अलग करने का मौका देते हैं, जैसे मेरी चौथी फिल्म थी ‘बरेली की बर्फी’। एक साधारण सी दिखने वाली छोटे शहर की बिट्टी मिश्रा। अश्विनी अय्यर तिवारी और नितेश तिवारी ने मुझमें ये किरदार देखा, मैं कैसी हूं ये नहीं देखा। लोगों ने मुझे इस तरह के किरदारों में पसंद किया तो ‘लुकाछिपी’ की रश्मि त्रिवेदी भी बनी मैं। लेकिन, आशुतोष गोवारिकर ने मेरे जैसी उत्तर भारतीय पंजाबी लड़की को महाराष्ट्र की एक युवती के किरदार में कैसे देखा, मैं भी नहीं जानती।

 

फिल्म ‘पानीपत’ में पार्वती बाई का रोल आपके करियर का टर्निंग प्वाइंट है। ऐसा मानती हैं आप?:- पानीपत की लड़ाई पर आधारित एक फिल्म मे अगर एक युवती का किरदार उभर कर आ जाए तो वही अपने आप में बड़ी बात है। युद्ध आधारित फिल्मों में अक्सर ऐसा होता नहीं है लेकिन फिल्म ‘पानीपत’ में ऐसा हुआ। एक अभिनेत्री के तौर पर मुझे लगता है कि मुझे वहां बहुत सराहा गया और इसके बाद ही मुझे खुद भी अंदर से महसूस हुआ कि मैं अब इससे भी चुनौतीपूर्ण कुछ कर सकती हूं।

और, ये चुनौती आपको लक्ष्मण उतेकर ने दी फिल्म ‘मिमी’ में?:- मुझे लगता है कि कहीं न कहीं मैं ढूंढ रही थी ऐसा कोई किरदार। कई बार हम अंदर से किसी काम को करने के लिए तैयार होते हैं और आपको वही करने का मौका मिल जाता है। ‘लुकाछिपी’ हालांकि बहुत ही हल्की फुल्की फिल्म थी जबकि ‘मिमी’ बहुत ही भावुक फिल्म है। शायद ‘लुकाछिपी’ का जो इकलौता इमोशनल सीन है, लक्ष्मण ने वह देखा और मुझे ‘मिमी’ में ये चुनौतीपूर्ण रोल सौंपा।

भूतकाल की बिट्टी व रश्मि की बातें हो गई। वर्तमान की मिमी के बारे में आपने बता दिया। भविष्य की सीता के बारे में कुछ बताएंगी?:- जी, ‘आदिपुरुष’ मेरे लिए एक बहुत ही खास फिल्म है और इसमें सीता का किरदार बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसा किरदार निभाने का मौका मिल रहा है। मैंने फिल्म का अभी एक शेड्यूल खत्म किया है जिसमें मेरे सीन फिल्म में रावण बने सैफ अली खान के साथ थे। फिल्म का अगला शेड्यूल कुछ ही दिनों में शुरू होगा जिसमें मैं फिल्म में राम बने प्रभास के साथ अभिनय करूंगी। मैंने इन दोनों के साथ पहले कभी काम नहीं किया तो बहुत ही ताजगी भरा एहसास इसकी शूटिंग पर होता है। दोनों का स्वभाव बहुत अच्छा है, दोनों का मिज़ाज भी बहुत अच्छा है और दोनों बहुत मददगार रहे हैं।

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