विद्युत शवदाह की भट्टी खराब खुले में हो रहा अंतिम संस्कार
05 Aug
लाखों खर्च के बाद भी शव अंत्येष्टि के लिए सफेद हाथी बना संयंत्र
के० एस० टी०,शुक्लागंज संवाददाता।कोरोना संक्रमण काल के दौरान होने वाली मौतों के बाद जिला प्रशासन ने नगर स्थित विद्युत शवदाह केन्द्र को ठीक कराने के लिए पालिका को निर्देशित किया‚ जिसमें पालिका ने लगभग 18 लाख रुपये भी खर्च किये‚
लेकिन महज कुछ दिन तक शवों की अंत्येष्टि वहां पर हो सकी। उसके बाद ठीक कराई गयी भट्टी एक बार फिर दगा दे गयी‚ जिसके कारण फिर से शवों का अंतिम संस्कार खुले में किया जा रहा है। मिश्रा कॉलोनी स्थित विद्युत शवदाह गृह शवों के लिए बनाया गया है‚
लेकिन पालिका की अनदेखी व रखरखाव के अभाव में विद्युत शव दाह केन्द्र सुचारू रूप से काम नहीं कर रहा है। अप्रैल माह में लाखों खर्च के बाद विद्युत शवदाह गृह की खराब भट्टी‚ पैनल आदि संयत्रों को ठीक किया गया। जहां पर महज कुछ दिन ही शवों का अंतिम संस्कार हो सका।
इसके बाद बनाई गई भट्टी फिर से खराब हो गयी‚ जिससे विद्युत शवदाह केन्द्र में शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है। ऐसे में खुले में शवों के अंतिम संस्कार कराये जाने से संक्रमण व वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ रहा है।
नगर पालिका गंगाघाट के अधिशाषी अधिकारी नरेन्द्र मोहन मिश्रा ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है‚ अगर ऐसा है तो जांच कराकर खराब भट्टी को दुरुस्त कराया जायेगा।