हरिद्वार में खनन माफिया ने होमगार्ड पर किया डंपर चढ़ाने का प्रयास

के० एस० टी०,हरिद्वार संवाददाता। बुग्गावाला क्षेत्र में अवैध खनन पर कार्रवाई करने गई भगवानपुर तहसीलदार से खनन माफिया ने अभद्रता कर दी। इसी दौरान तहसीलदार के साथ चल रहे होमगार्ड पर खनन माफिया ने डंपर चढ़ाने का प्रयास हुआ। जिसमें वह बाल-बाल बचे। घटना के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने डंपर सीज कर दिया है।

उपजिलाधिकारी स्मृता परमार को सूचना मिली थी कि बुग्गावाला क्षेत्र में बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। इस सूचना पर एसडीएम मौके पर पहुंची। साथ ही तहसीलदार को भी आने के लिए कहा। तहसीलदार रेखा आर्य थोड़ा पीछे रह गई। इस दौरान उन्होंने खनन सामग्री से भरे एक डंपर को रोक लिया। तहसीलदार ने उससे पूछताछ शुरू की।

इसी दौरान उसने तहसीलदार से अभद्रता कर दी। जिससे मौके पर हंगामा हो गया। इसी बीच वहां मौजूद होमगार्ड ने आगे बढ़कर डंपर को सड़क किनारे खड़़ा कराने का प्रयास किया। जिस पर डंपर चालक ने होमगार्ड पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया। यह देख तहसीलदार ने शोर मचा दिया। तहसीलदार के शोर मचाने पर होमगार्ड ने पीछे हटकर अपनी जान बचाई।

डंपर चालक वहां से भागने लगा। लेकिन, आगे प्रशासन की टीम होने के चलते आरोपित वाहन को वहीं छोड़कर जंगल के रास्ते भाग गया। सूचना मिलने पर बुग्गावाला पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने डंपर को कब्जे में लेकर उसे सीज कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक टीम ने नदी के विभिन्न घाटों पर छापे मारे, लेकिन तब तक खनन माफिया वहां से भाग निकले थे।

काफी देर तक प्रशासनिक टीम इनकी तलाश करती रही। तहसीलदार रेखा आर्य ने बताया कि इस संबंध में तीन स्टोर क्रशर की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस थोड़ा सतर्कता बरते तो खनन माफिया पर अंकुश लगा सकता है।

रात के समय खनन की सटीक सूचना प्रशासन को मिली थी। प्रशासनिक टीम जैसे ही बुग्गावाला के लिए रवाना हुई तो खनन माफिया को इसकी भनक लग गई। इसके बाद प्रशासनिक टीम खाली हाथ लौट आई। खुद तहसीलदार रेखा आर्य ने माना कि जब वह बुग्गावाला पहुंची तो उनसे पहले ही खनन से भरे कई डंपर रास्ते में जाते हुए दिखे थे। कुछ के खनन वाहनों के नंबर उन्होंने नोट किए हैं।

खनन माफिया लंबे समय से पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निशाना बना रहे हैं। चार साल पूर्व रुड़की के जलालपुर गांव में खनन पकड़ने गए एएसपी पर खनन माफिया ने तमंचा तान दिया था। वहीं, तीन साल पहले रुड़की में तहसीलदार और एसडीएम पर ट्रैक्टर चढ़ाने के प्रयास हो चुके हैं। पुलिस और प्रशासन इनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई नहीं करती है। जिसके चलते खनन माफिया बेखौफ हो रहे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *