के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। महिला अपराधों को लेकर शासन और सरकार दोनों गंभीर हैं, मगर आए दिन पुलिसकर्मी ही सिस्टम को शर्मसार कर देते हैं। दुष्कर्म के एक मामले में कल्याणपुर थाने के एक दारोगा ने पीडि़ता से यहां तक कह दिया कि सती सावित्री तो तुम भी नहीं…। हैरानी की बात है कि दारोगा की नजर दुष्कर्म कोई अपराध ही नहीं है।
उनका कहना है कि सिर्फ दुष्कर्म किया है, कोई अपराध नहीं जो जेल में डाल दूं। पीडि़ता ने डीसीपी पश्चिम से इसकी शिकायत की है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। एक दवा कंपनी में एमआर महिला ने सात जुलाई 2021 को अपनी कंपनी में काम करने वाले सीनियर गौरव द्विवेदी के खिलाफ दुष्कर्म और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोप है कि गौरव ने धोखे से उसे अपने घर बुलाया और चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म किया और वीडियो भी बना लिया। इसे वायरल करने की धमकी देकर कई बार दुष्कर्म कर चुका है। मई में आरोपित ने धमकी देकर घर बुलाया। उसकी पत्नी मौके पर आ गई और भेद खुल गया। इसके बाद मुकदमा दर्ज कराया। महिला के मुताबिक इस बाबत उसने कंपनी में.
भी शिकायत की थी, लेकिन आरोपित के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि मुकदमा दर्ज होने के तीन दिन बाद उसका तबादला गाजियाबाद कर दिया गया। महिला के मुताबिक दो माह बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। विवेचक सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। वह कहते हैं कि कोई सती सावित्री नहीं हो,
जो हुआ उसमें तुम्हारी भी मर्जी थी। विवेचक का तर्क है कि दुष्कर्म कोई ऐसा अपराध नहीं है, जिसकी वजह से आरोपित को जेल में ठूंस दिया जाए। पीडि़त महिला का आरोप है कि विवेचक खुलेआम पैसे की मांग कर रहे हैं और न देने पर लगातार अपमानित करते हैं। पीडि़त महिला के मुताबिक सीनियर के अपनी पत्नी से भी अच्छे संबंध नहीं हैं।
पत्नी ने भी उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन लंबा समय बीत जाने के बाद उस मामले में भी गिरफ्तारी नहीं की गई है। दुष्कर्म पीडि़ता से किसी भी प्रकार की टिप्पणी अशोभनीय है। मामले में जांच कराई जाएगी। अगर दारोगा के खिलाफ साक्ष्य मिले तो कार्रवाई भी होगी।