हैलट आईसीयू में मिले जानलेवा बैक्टीरिया

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। हैलट अस्पताल के एनेस्थीसिया आईसीयू में कई तरह के जानलेवा बैक्टीरिया मिले हैं। एहतियातन 18 बेड़ पर भर्ती सभी मरीजों को वेंटीलेटर समेत दूसरे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। एनेस्थीसिया आईसीयू 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। विसंक्रमित के बाद ही यहां मरीज भर्ती किए जाएंगे।

दरअसल एनेस्थीसिया आईसीयू में खासतौर से हेड़ इंजरी और न्यूरो सर्जरी के मरीज अधिक भर्ती रहते हैं। पिछले 15 दिन से रिकवरी प्रभावित थी। इलाज के रिजल्ट अच्छे नहीं मिल रहे थे। एक–एक कर सभी एंटीबॉयोटिक मरीजों पर फेल हो रही थीं। इसे देखते हुए आईसीयू में मरीजों के बेड़‚ नसिंर्ग स्टेशन की टेबल और सभी ड़ॉक्टरों और.

पैरामेडि़कल स्टाफ के मोबाइल से सैंपल लिए गए। मेडि़कल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब में सभी सैंपल की जांच की गई। आईसीयू में सूड़ोमोनास के साथ एमड़ीआर ई–कोलाई की पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक कई तरह के बैक्टीरिया एंटीबायोटिक से रेजिस्टेंट होते हैं। इसलिए मरीजों में रिकवरी प्रभावित होती है।

हालांकि विशेषज्ञ इसे रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा मान रहे हैं‚ लेकिन जांच में बड़ी संख्या में बैक्टीरिया मिलने की पुष्टि के बाद तत्काल आईसीयू को बंद कर दिया गया। मरीजों को पोस्ट ऑपरेटिव आईसीयू में भर्ती कराया गया है। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या के मुताबिक नियमित जांच में बैक्टीरिया की पुष्टि हुई है। इसलिए आईसीयू को विसंक्रमित करने की.

जरूरत पड़ गई। अब नियमित विसंक्रमण का कार्य चलेगा। मेडि़सिन आईसीयू को क्लीन चिट मेडि़सिन आईसीयू में किसी तरह के बैक्टीरिया की पुष्टि नहीं हुई है। विशेषज्ञों ने उसे क्लीन चिट दे दी है। दरअसल मेडि़सिन आईसीयू में भी मरीजों का दबाव अधिक है। इसलिए उसे विसंक्रमित करने का वैकिल्पक रास्ता अपनाया गया है। एक विशेषज्ञ का कहना है कि.

मरीजों के भर्ती रहने के साथ ही बेड़ को विसंक्रमित किया जा सकता है। सभी ओटी सुरक्षित आईसीयू में खतरनाक बैक्टीरिया की पुष्टि होने के बाद हैलट के सभी ऑपरेशन थियेटर विसंक्रमित किए गए। अस्पताल की सभी ओटी सुरक्षित हैं। इमरजेंसी के अन्य वार्ड़ भी सुरक्षित हैं। ओटी में नियमित ऑपरेशन हो रहे हैं। ऑपरेशन थिएटर रोजाना सुबह सात बजे विसंक्रमित किया जा रहा है। उसके बाद ऑपरेशन शुरू हो रहे।

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