थानों में लगेंगे हाईटेक कैमरे

हर फरियादी की शिकायत होगी रिकॉर्ड़ पुलिस कर्मियों का आचरण भी होगा कैद


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। थानों से फरियादियों की शिकायत को अनसुना कर उन्हें फटकार कर भगाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ शासन सख्त हो गया है। थानों में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश हो गए हैं। कानपुर समेत पूरे यूपी के सभी थाने सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे। यह व्यवस्था पुलिस के काम को और ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है। इससे जनता अपनी बात को निःसंकोच थाने में कह सकेगी।

सीसीटीवी के ड़ीवीआर में 18 महीने की वीडि़यो और ऑडि़यो रिकाडि़ंर्ग की सुविधा होगी। हैवी मेमोरी का ड़ीवीआर लगाया जाएगा। इस ड़ीवीआर में 18 महीने की ऑडि़यो और वीडि़यो रिकॉडि़ंर्ग होगी। अगर तकनीकी वजह से ड़ीवीआर में खराबी होगी या कैमरा बंद करना होगा तो इसकी जानकारी जीड़ी में दर्ज की जाएगी। बेवजह कैमरा बंद होने पर थानेदार के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाएगा। पुलिस पर रुपये लेकर सेटिंग करने के कई मामले सामने आते रहते हैं।

बीते दिनों काकादेव थाने में रुपये लेते हुए दारोगा का वीडि़यो वायरल हुआ था। इसमें दारोगा को सस्पेंड़ कर दिया गया था। वहीं कोहना थाने के दो सिपाहियों ने कॉपी राइट एक्ट को खत्म करने के लिए पीड़ित से ड़ेढ़ लाख रुपये लिए थे। मामले की जानकारी होने पर तत्कालीन ड़ीआईजी ड़ॉ. प्रीतिंदर सिंह ने दोनों को सस्पेंड़ कर दिया था। बीते छह महीने में लगभग एक दर्जन मामले सामने आए हैं। जिसमें लेन देन की बात सामने आई है। थानों में कैमरे लगने से यह खेल पूरी तरह से बंद हो जाएगा।

अब तक कोर्ट के आदेश पर जो केस दर्ज किए जाते हैं‚ उनमें दर्ज किया जाता है कि थाना पुुलिस और अधिकारियों के शिकायत न सुनने पर कोर्ट की शरण ली‚ लेकिन कैमरे लग जाने से इस बात के इविड़ेंस कोर्ट मांगेगा। फुटेज देने पर ही कोर्ट मुकदमे लिखने के आदेश करेगा। दो दिन पहले ही चकेरी में कोर्ट के आदेश पर गैैंगरेप का केस दर्ज किया गया था। वहीं नौबस्ता में लाखों की धोखाधड़ी और गोविंद नगर में मारपीट का मामला भी कोर्ट के आदेश दर्ज हुआ था।

एक सप्ताह पहले गोविंद नगर में वृद्धा और गार्ड़ को बंधक बनाकर लाखों की ड़कैती को अंजाम दिया था। थाने में पीड़ित ड़कैती की बात कहते रहे लेकिन पुलिस ने मामला चोरी में दर्ज किया। अधिकारियों के पूछने पर तत्कालीन इंस्पेक्टर अनूप सिंह से पीड़ित पर झूठ बोलने का आरोप लगाकर पल्ला झाड़ लिया। लेकिन अब पुलिस ये नहीं कर पाएगी। थानों में लगे हाईटेक कैमरों में फरियादी के वीडि़यो के साथ ऑडि़यो भी कैद हो जाएगी‚ जिसमें न तो पुलिस झूठ बोल पाएगी और.

 

न ही फरियादी। थाने में शिकायत करने जाने वाले फरियादी की पहली शिकायत की वीडि़यो रिकॉडि़ंग भी की जाएगी‚ जिससे पुलिस पर आरोप न लगे। इसके लिए शासन ने स्टेट लेवल ओवरसाइट कमेटी का गठन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक शहर के हर थाने में कम से कम 15-15 सीसीटीवी कैमरों की जरूरत बताई गई है। पहले चरण में कानपुुर‚ लखनऊ‚ वाराणसी और गौतमबुद्ध नगर को इस काम के लिए चुना गया है। जिसके लिए मार्च 2022 तक का समय निर्धारित किया गया है।

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