के० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता। बच्चों के हाथ थामे अभिभावकों से सरयू किनारा मंगलवार को पटा पड़ा था।अधिकांश के चेहरे पर आक्रोश के भाव के स्पष्ट नजर आ रहे थे। लाजिमी कि एक दिन बच्चों से भरी नाव सरयू नदी किनारे पलट गई थी। ऐसे में अभिभावक उनकी सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद थे। उनका कहना था कि जिम्मेदार सालों से भरोसे के पुल से इलाके में रह रहे हजारों लोगों को सरयू नदी पार कर रहे हैं।
पुलिस जरूर नदी किनारे मोर्चा संभाले हुई थी। मंगलवार को सरकार के जूनियर एवं प्राथमिक विद्यालय बंद रहे। ऐसे में सिर्फ निजी स्कूलों के बच्चे अपने-अपने अभिभावकों के साथ स्कूल जाने के लिए नदी किनारे पहुंच नाव का इंतजार कर रहे थे। सुबह आठ बजे बेलहिया घाट पर छात्रों की भीड़ जमा हो गई थी। नाव पहुंची तो अभिभावक पूरे ऐहतियात के साथ नाव में बैठकर नदी पार किए।
थानाध्यक्ष रौनापार अखिलेश कुमार पांडेय पहुंचे तो लोगों ने पुलिस ड्यूटी लगाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि सुबह आठ से नौ बजे फिर दोपहर एक से तीन बजे तक दो सिपाही लगे तो हादसों की आशंका नहीं रहेगी। बेलहिया गांव के राजमन यादव ने बताया कि बांध के उत्तर माधव का पूरा, अचल नगर, झंझरपुर, धूसवा, गरीब दुबे, अचल नगर सहित 10 गांवो की हजारों की आबादी एक नाव के सहारे है। प्रधान एवं अन्य लोगों के सहयोग से चार नावें चलाई जा रहीं हैं। बच्चों के विद्यालय जाने और लौटने के.
समय नाव पर बैठने को मारामारी होती है। कोई रोकटोक न होने से ओवरलोडिग के कारण घटनाएं हो जाया करती हैं। अराजी अजगरा मगरबी के रामजीवन विश्वकर्मा, महेंद्र यादव, वीरेंद्र यादव ने अपने बच्चों संग नदी किनारे पहुंचे थे। अचल नगर के वीरेंद्र यादव, राजेंद्र निषाद, सईद अहमद और रशीद ने कहाकि पूरा परिवार कल की घटना से सहमा है। घटना के बाद भी लापरवाही बरत रहे हैं जिम्मेदार।