के० एस० टी०,फर्रुखाबाद संवाददाता। जिले में राजेपुर थानांतर्गत गांव में शनिवार की रात उस समय अफरा तफरी मच गई जब खराब खाना खाने से एक ही परिवार के लिए पांच लोगों की हालत गंभीर हो गई। अस्पताल ले जाने पर पिता-पुत्र की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं खाना न खाने की वजह से मां सकुशल बच गई।
घटना की जानकारी पर पुलिस अफसर पहुंचे और जांच में घर पर फूलगोभी की सब्जी बनने की बात सामने आई। वहीं डॉक्टर ने संदेह जताया है कि फूलगोभी में छिड़काव किए जाने वाले कीटनाशक का असर खत्म नहीं हुआ होगा और घर पर सब्जी को ठीक से न धोने की वजह से भी कीटनाशक का प्रभाव बना रहने की आशंका है।
राजेपुर थाना क्षेत्र के गांव जसूपुर गढ़िया में 45 वर्षीय इरशाद परिवार के साथ रहते थे। घर पर उनकी 18 वर्षीय पुत्री माजदा, 12 वर्षीय पुत्र माजिद, 5 वर्षीय पुत्र आसिफ व 10 वर्षीय पुत्री राजदा और पत्नी नन्ही बिटिया थी। रविवार शाम घर पर नन्ही बिटिया ने फूलगोभी की सब्जी और रोटी बनाई थी। रात में परिवार में इरशाद और उसके बच्चों ने खाना खाया,
जबकि काम की वजह से नन्ही बिटिया ने भोजन नहीं किया। इस बीच अचानक इरशाद और सभी बच्चों की तबियत बिगड़ गई। बच्चे बेहोश हो गए और इरशाद के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया। नन्ही बिटिया की सूचना पर पड़ोसी और स्वजन आ गए। देर रात इरशाद समेत बच्चों को शहर के स्व. ब्रह्मदत्त द्विवेदी अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल में इलाज शुरू होने से पहले इरशाद और उनके पुत्र आसिफ की मौत हो गयी। माजदा, माजिद व राजदा को गंभीर हालत में भर्ती करके उपचार शुरू किया। डॉक्टर के पूछने पर स्वजन ने र में फूलगोभी की सब्जी बनाए जाने की जानकारी दी। सीओ अमृतपुर अजेय कुमार शर्मा, शहर कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला व राजेपुर थाना प्रभारी भी.
अस्पताल पहुंच गए और छानबीन की। खाना न खाने की वजह से इरशाद की पत्नी नन्ही बिटिया सकुशल रही। अस्तपाल के डा. हरिदत्त द्विवेदी ने संदेह जताया कि खेत पर फूलगोभी में एक दिन पहले ही कीटनाशक का छिड़काव किया गया होगा। इसके बाद वह दूसरे दिन ही बाजार में बिकने आ गई और घर पर फूलगोभी लाने के बाद ठीक से न धुलने के कारण कीटनाशक का प्रभाव उसमें बना रहा। इस वजह से सब्जी में कीटनाशक का असर रहने से घटना घटित होने की संभावना है।