मरीजों से इलाज के नाम पर खुली लूट

धर्मार्थ के नाम पर गरीबों के इलाज का प्रोपोगंडा


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। लाजपत नगर स्थित एक चर्चित हॉस्पिटल में किसी भी तरह के बीमारी का इलाज संभव है। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक हो या न हो। जिसमें सरकारी अस्पतालों के विशेष दलाल यहां के संचालक खास मेहमानों से कहीं अधिक यहां तवज्जो दिये जाते हैं। जहां इलाज के नाम पर सिर्फ मरीजों के तीमारदारों से लूट का ही कार्य होता है। स्थानीय थाने के लिए यहां मुफ्त में इलाज होता है।

लिहाजा यहां की शिकायतों पर कोई भी ध्यान नहीं देता है। आपको बताते चलें कि धर्म के नाम पर लाजपत नगर में गुरु तेग बहादुर हॉस्पिटल की नीव डाली गई थी। जिससे गरीबों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधाएं मुहैय्या कराई गई थी किन्तु जब से डॉ० दीपक श्रीवास्तव के पास यहां का संचालन आया है। तब से सब मे व्यवसायिकता आ गई है। स्टाफ भी व्यवसायिक हो गया है बशर्ते वह डॉक्टर दीपक का वफादार हो।

सूत्र बताते हैं कि मरीजों की संख्या बढ़ाने के लिए इस बार कोविड अस्पतालों में इस हॉस्पिटल का भी नाम था। जिसमें ऑक्सीजन मरीज भर्ती से लेकर जमकर उगाई की गई थी। यही से डॉ० दीपक श्रीवास्तव ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसका असर यह हुआ कि हैलेट के दलाल व एम्बुलेंस संचालकों से सेटिंग के बल पर यह यहां कम पैसे में इलाज के नाम पर मरीज बुलवाने लगे।

उसके बाद उनके तिमार दारो से एक बड़ा लक्ष्य इलाज के नाम पर रखा जाता था। जिससे स्थितियां मरीजों के तीमारदारों की बहुत ही खराब हो जाती हैं किसी नामुराद स्टाफ को दया भी आई तो डॉक्टर साहब के वफादारों के सामने उनकी एक नही चलती। यहां कई केस बिगड़े किन्तु स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण यहां हॉस्पिटल संचालक का हुआ कुछ भी नहीं।

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