जिंदा जलाकर की गई थी टेलीकालर ज्योति की हत्या

के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। टेलीकालर ‘ज्योति को दरिंदों ने जिंदा जला दिया था। पुलिस जिस मामले को आत्महत्या बता रही थी, उसमें पोस्ट मार्टम रिपोर्ट व मौका-ए-वारदात ने तमाम ऐसे सुबूत दिए हैं, जिससे चकेरी पुलिस की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में मृतका की श्वांस नली में कार्बन पाए जाने से स्पष्ट है कि उसे जिंदा जलाया गया था।

चकेरी के गिरिजा नगर निवासी संतोष मिश्रा की 2& वर्षीय बेटी ज्योति शिवकटरा स्थित एक कंसलटेसी में टेलीकालर की नौकरी करती थी। मंगलवार सुबह भाभा नगर स्थित रेलवे ट्रैक के किनारे ज्योति का जला हुआ शव मिला था। घटना के बाद पिता संतोष ने अमित और उसकी प्रेमिका विमल पर बेटी का अपहरण कर हत्या करने व साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था।

पुलिस बुधवार को अमित व उसकी प्रेमिका विमल को जेल भेज चुकी है। दावा किया जा रहा था कि हत्या के बाद शव की पहचान छिपाने के लिए उसे जलाया गया था, मगर पोस्ट मार्टम रिपोर्ट ने इस संशय को पूरी तरह खत्म कर दिया। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में ‘योति की श्वांस नली में कार्बन मिला है। यह तभी होता जब मनुष्य जीवित होता है और श्वांस ले रहा होता है। मरे हुए व्यक्ति को जलाने पर श्वांस नली में कार्बन नहीं पाया जाता।

शराब की बोतलें और चप्पल मिलीं-: चकेरी पुलिस इस मामले में लगातार लापरवाही बरत रही है। शुरुआत से ही आत्महत्या का दावा करने वाली चकेरी पुलिस ने मौके से तमाम सुबूत छोड़ दिए। कानपुर स्टार टाइम की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां अभी भी शराब की बोतलें, गिलास, चिप्स के खाली रैपर और एक चप्पल पड़ी मिली, जो कि मृतका की बताई जा रही है। पुलिस ने इन साक्ष्यों को अब तक सुरक्षित नहीं किया है। शराब की बोतलों पर फिंगर प्रिंट बड़ा सुबूत बन सकते हैं।

 

मां बोली, पुलिस चाहती तो बच जाती जान-: ज्योति की मां सावित्री देवी का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही ने उनकी बेटी की जान ले ली। उन्होंने बेटी के गायब होने सूचना चकेरी पुलिस को रात दस बजे ही दे थी, लेकिन पुलिस बोली- जाओ किसी पार्टी में गई होगी सुबह तक आ जाएगी। अगर पुलिस उसी समय काल डिटेल से खोजबीन करती तो बेटी की जान बच जाती।

उन्होंने बताया कि शव मिलने के बाद भी सुबह उन्हें नहीं बुलाया गया, जबकि पुलिस को पता था कि उनके क्षेत्र की एक युवती लापता है। मां ने आरोप लगाया कि हत्यारोपी अमित पहले भी ज्योति के साथ दुष्कर्म की कोशिश कर चुका था, जिसे माफी मांगने पर माफ कर दिया था।

 

मौका-ए-वारदात पर नहीं की गई हत्या-: कानपुर स्टार टाइम की पड़ताल में यह भी निकलकर आया है कि ज्योति की हत्या वहां नहीं की गई, जहां शव बरामद हुआ था। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया है कि उसे जिंदा जलाया गया था। अगर मौके पर ही उसे जिंदा जलाया गया तो जले हुए कपड़े कहां हैं। वह स्थान भी जला होता, जहां उसे जलाया गया, मगर ऐसा कोई निशान मौके पर नहीं है।

दूसरी बात मौके पर कोई वाहन नहीं लाया जा सकता और किसी शव को इतनी दूर कंधे पर लादकर भी लाना आसान नहीं है। इसका मतलब यह है कि आसपास किसी मकान में ही ‘योति को पहले बंधक बनाया गया और इसके बाद उसे जलाकर मार डाला गया। पुलिस ने नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन इस दिशा में न उनसे कोई पूछताछ हुई और न पुलिस ने ही कोई जांच पड़ताल की।

 

घटनास्थल पर मिली है हत्यारोपितों की लोकेशन-: एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि नामजद हत्यारोपित अमित व विमल की मोबाइल लोकेशन घटनास्थल पर मिली है। साथ ही मृतका के मोबाइल पर अमित की काल भी है। ये सबूत युवती की हत्या के ओर इशारा कर रहे हैं। फिलहाल इस मामले कुछ अन्य नाम भी प्रकाश में आए हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जांच कराई जाएगी। अगर पुलिस की लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। जो तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं, उससे प्रथम दृष्टया लापरवाही प्रतीत हो रही है।

-असीम अरुण, पुलिस आयुक्त

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