कानपुर, संवाददाता। (शिवराजपुर) सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते सोमवार को निचली गंग नहर पर भौसाना गांव के सामने बने पीपे का पुल धान लदी ट्रैक्टर–ट्राली के निकलने से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि इस दौरान किसी के जान–माल का नुकसान नहीं हुआ। करीब चार वर्ष पूर्व निचली गंग नहर पर बने पीपे के पुल में दरार आने से इस पुल पर आवागमन रोक कर हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए पीपे का पुल बनाया गया था। वहीं‚ भारी वाहनों के चौबेपुर के बेला मार्ग से होते हुए शिवराजपुर पहुंचने की व्यवस्था की गई थी। इस पुल के रख–रखाव हेतु विभाग ने 5 कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर रखी है‚ किंतु इन कर्मचारियों की लापरवाही के चलते बड़े वाहनों की धमाचौकड़ी से पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी पुल से सोमवार को 110 बोरी धान लादकर निकल रहे ट्रैक्टर–ट्राली से पुल पूरी तरह चरमरा कर बैठ गया। हालांकि इस दौरान किसी के जान–माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। जब पीपे के पुल की देख–रेख के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति है तो भारी वाहनों की आवाजाही कैसे हो रही थी। इस संबंध में सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता रामराज ने बताया कि बड़े वाहनों का पीपे के पुल से निकलना पूरी तरह से मना है। रोक के बाद भी लदी ट्रैक्टर–ट्राली कैसे निकल रही थी। इसकी जांच कर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।