Skip to contentके० एस० टी०,आजमगढ़ संवाददाता। ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ गो-आश्रय स्थलों पर भी अब बचाव के इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। टीनशेड के किनारे पालीथिन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। किशुनपुर में इस काम को पूरा कर लिया गया है। यहां गो-आश्रय स्थल पर पशुओं के.
लिए तीन टीनशेड बनाए गए हैं, जिसे पालीथिन से घेर दिया गया है, ताकि पशुओं को ठंड न लगे। यहां पर कुल 219 पशु रखे गए हैं, जबकि क्षमता मात्र 120 की ही है। व्यवस्था के नाम पर तीन टीनशेड, दो भूसा घर, दो इंडिया मार्का हैंडपंप, पानी के लिए दो हौज तथा सोलर लाइट की व्यवस्था की गई है। एक हैंडपंप खराब है।
यहां पानी के लिए सबमर्सिबल भी है, लेकिन बिजली का कनेक्शन नहीं है। ग्राम प्रधान पति अजय सिंह का कहना है कि खुले स्थान में गो-आश्रय होने के कारण चारों तरफ से हवा का प्रवेश होता है। 15 नवंबर के बाद ठंड भी शुरू हो गई है। उन्होंने बिजली कनेक्शन को लेकर विभागीय और प्रशासनिक उच्चाधिकारियों की उपेक्षा पर निराशा जताई है।