Skip to content◆ स्वास्थ्य महकमा चिंतित तो है मगर करता कुछ नहीं
के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। फास्ट फूड के नाम से शहर में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का बड़ा खेल धड़ल्ले से चल रहा है। मजेदार बात यह है कि स्वास्थ्य महकमा इन खाद्य वस्तुओं से बचने के लिए जनजागरूक तो करता है किन्तु कार्यवाही के मामले में सफेद हाथी ही साबित हो रहा है।
इसी का परिणाम यह है कि बाजारों में विभिन्न कम्पनियों के ब्रांडेड फास्ट फूड खाद सामग्री बच्चों को आकर्षित करने के लिए बाजारों में बिछी पड़ी है। वर्तमान समय में विभिन्न प्रकार के पास्ता, माइक्रोनी पोहा के नाम पर बच्चों को लुभाने के लिए आकर्षक पैकिंगो के साथ बाजारों में उपलब्ध है।
खाद के लिए इनके कारोबारियों ने इनके ठेलों में खट्टे- मीठे स्वास से सजाकर इन व्यंजनों को परोस कर इनकी पैकिंग की डिमांड भी बढ़ावा ली है। जिसके स्वाद के चक्कर में बच्चे अभिभावकों से इन्हीं चीजों की जोरदार से डिमांड करते हैं। मांग बढ़ते ही नक्कालों की इस शहर में कमी नहीं है।
जिसमें नकली पैकिंग में इन वस्तुओं में घटिया सामग्री में रसायन पद्धति से उन्हें रंग कर खुले व थोक बाजारों में उतार दिया है। पहले ही यह फास्ट फूड पास्ता, माइक्रोनी, पोहा को स्वास्थ्य के लिए चिकित्सक हानिकारक बताते है। ऐसी सूरत में इसमें भी मिलावट पर नई पीढ़ी में क्या असर पड़ेगा। जिसे स्वास्थ्य विभाग अच्छी तरह जानता है।