कानपुर, संवाददाता। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बजरिया के जुगियाना में हुए बवाल में मेडिकल टीम के पहुंचते ही इलाके में हलचल मच गई थी। कुछ ही मिनटों में सैकड़ों की भीड़ सड़कों पर आ गई। जांच हुई तो पता चला कि व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये बाहर इकट्ठा होने को कहा गया था। कई ग्रुपों में ऐसे मैसेज चलाए गए हैं। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल जब्त कर जांच कर रही है। मेडिकल टीम दोपहर में साढ़े तीन बजे जुगियाना पहुंची। जिनको क्वारंटीन करना था, उनसे बातचीत की और दस से पंद्रह मिनट में उनको लेकर चल दी। इतने समय में पूरे इलाके की भीड़ जुट गई। हर गली से भीड़ निकल आई। बवाल खत्म होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर पता लगाना शुरू किया कि आखिर जब लॉकडाउन में हर कोई घरों में हैं और थाना क्षेत्र के दो इलाके हॉटस्पॉट घोषित हैं तो फिर इतने कम समय में इतनी भीड़ कहां से जुट गई। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उन सभी ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं जिसमें इलाकाई लोग जुड़े हैं। मेडिकल टीम के पहुंचते ही इन ग्रुपों में मैसेज चलाए गए कि जल्द से जल्द सभी बाहर निकलें। यही वजह है कि भीड़ टूट पड़ी।
आमने-सामने हो गए एक ही समुदाय के लोग
एसपी पश्चिम के मुताबिक जब पथराव शुरू हुआ तो उसी दौरान उसी समुदाय के लोग पथराव करने वालों का विरोध करने लगे। दोनों पक्षों के बीच में भिड़ंत भी हो गई। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। हालांकि जिस पक्ष (जो मेडिकल टीम के समर्थन में थे) ने बाद में पथराव किया वे तुरंत चले गए। जबकि अन्य लोगों ने पुलिस को निशाना बनाया।सर्विलांस को लगाया, 40 से अधिक नंबर ट्रेस
मामले में हमलावरों की शिनाख्त कर गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से सैकड़ों लोगों के मोबाइल नंबर और नाम की पुलिस ने सूची बनाई है। इनमें से 40 नंबर सर्विलांस ने ट्रेस कर लिए हैं। इनकी धरपकड़ जारी है।