पत्रकारों का उत्पीड़न जारी…

कथित भाजपा नेता ने पत्रकार पर लिखाया फर्जी मुकदमा


के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। आपको बता दें कुछ दिन पहले कानपुर की भाजपा दक्षिण में घमासान मचा था। मामला लगभग किसी से छिपा नहीं होगा। भाजपाई उस वक्त लगभग दो फाड़ में नज़र आये। पार्टी ने उसी फजीहत के बाद कानपुर दक्षिण भाजपा को फटकार लगाई और आवश्यक फेर बदल भी किये। इस घमासान में एक कथित भाजपा नेता का नाम उछला जो कभी पुलिस के अनुसार और कानून की नज़र में दबंग अपराधी था। जिसके कारण कानपुर पुलिस ने उसे हिस्ट्रीशीटर घोषित किया। हालांकि जानकार बताते हैं कि.

 

कानपुर दक्षिण के बर्रा थाने के हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर ने अपने रसूख के चलते यह हिस्ट्रीशीट नियमों को ताक पर रखते हुए खत्म करा ली। कानपुर के इसी कथित भाजपा नेता ने पूर्व में अपने खिलाफ छपी खबरों से बौखलाकर पत्रकारों पर रंगदारी का फर्जी मुकदमा बर्रा थाने में दर्ज कराया है। कुछ दिन पहले कानपुर दक्षिण भाजपा प्रकरण में कथित भाजपा नेता व पूर्व हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर का नाम सुर्खियों में रहा। कथित भाजपाई संदीप ठाकुर पर कई भाजपा नेताओं ने खुद उंगली उठाई। लिखित पत्रों पर संदीप ठाकुर की.

 

दबंगई उसके कारनामें पार्टी और पुलिस अधिकारियों को पहुंचाए गये। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ और सुर्खियां बना। इन्हीं सुर्खियों के कारण कथित भाजपाई संदीप ठाकुर के कारनामों को सभी प्रमुख समाचारपत्रों ने प्रकाशित किया। ख़बर होगी तो लिखी जाएगी हर संस्थान ने उस दौरान पूर्व हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर की खबर प्रकाशित की थी। इन्हीं खबरों को एक दैनिक समाचारपत्र ने भी प्रकाशित किया। लेकिन दबंग कथित भाजपा नेता ने सिर्फ संस्थान के जिम्मेदारों पर रंगदारी का झूठा मुकदमा बर्रा थाने में दर्ज कराया है।

 

कानपुर कमिश्नरेट के बर्रा थाने ये यह मुकदमा कथित भाजपा नेता पूर्व हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर ने संपादक व प्रबंध निदेशक व अज्ञात पर दर्ज कराया है। संदीप ठाकुर ने कानपुर में समाचारपत्र प्रबंध निदेशक/न्यूज़ प्रभारी को जान से मारने की धमकी भी दी है। संदीप ठाकुर का आपराधिक इतिहास रहा है हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर ने अपना आपराधिक इतिहास छिपाने और अपने काले कारनामों को ढकने के लिए राजनीतिक चोला ओढ़ लिया। राजनीतिक चोले में हिस्ट्रीशीटर संदीप ने हमेशा सत्ता की हनक दिखाई।

 

कहा जाता है कि हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर ने प्रदेश में जिस पार्टी की सत्ता रही उसी का दामन थामा और अपने काले चिट्ठे को छिपाये रहा। मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी का नेता बनकर रौब गांठता है। विगत कई दिनों से हो रहे पत्रकारों पर फर्जी मुकदमों से पत्रकार आक्रोशित हैं। अभी हाल ही में हुए बलिया प्रकरण के बाद लगातार पत्रकारों के धरना प्रदर्शन जारी हैं। इसी बीच कानपुर में कथित भाजपा नेता द्वारा पत्रकारों पर दर्ज कराए गये रंगदारी के झूठे मुकदमे का प्रकरण सामने आया है।

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