Skip to contentके० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। फेसबुक पर धर्म और प्रधानमंत्री की फोटो एडिट करके उसे अश्लील बनाने के बाद पोस्ट किया गया। इस पर एडवोकेट ने जूही थाने में तहरीर दी। तहरीर देने के बाद भी 36 घंटे तक पुलिस इस पर कार्रवाई करने से बचती रही। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले में एफआईआर दर्ज हुई। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इंस्पेक्टर जूही और दरोगा को निलंबित कर दिया है।
पीएम मोदी और देवी देवताओं की तस्वीरों के साथ अश्लीलता-: जूही निवासी एडवोकेट अनिरुद्ध जायसवाल ने बताया कि 9 अप्रैल को वह फेसबुक सर्फ कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने देखा कि विजेन्द्र कुमार यादव नाम की आईडी से प्रधानमंत्री, देवी-देवताओं और RSS की फोटो के साथ छेड़छाड़ कर पोस्ट शेयर की गई। एडवोकेट ने इस मामले को लेकर जूही थाने में तहरीर दी।
सूबे में योगी सरकार फिर भी यह सब झेलना पड़ेगा-: एडवोकेट अनिरुद्ध जायसवाल ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद भी पुलिस टरकाती रही। उसके बाद जब जॉइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने निर्देश दिए तब जाकर 11 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की गई।
कमिश्नर ने कराई जांच-: घटना में लापरवाही को लेकर पुलिस कमिश्नर ने मामले में डीसीपी साउथ से जांच कराई। जांच में लापरवाही उजागर होने के बाद इंस्पेक्टर जूही नीरज ओझा और एसएसआई अशोक कुमार को निलंबित कर दिया गया।
जॉइंट सीपी को आधी जानकारी-: जॉइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी से जब बात की तो उन्होंने कहा, यह गंभीर प्रकरण था। मालूम हुआ कि प्रार्थी एक गंभीर विषय में तहरीर लेकर पहुंचे तो दो ढाई घंटे बैठा लिया गया। एसएसआई और थाना प्रभारी में भी संवेदनशीलता का अभाव देखा गया। मेरे पास समय नहीं था क्योंकि मई अन्य कार्यों में व्यस्त था। जो लोग थाने जा रहे हैं उनकी सुनवाई और कार्रवाई होनी चाहिए। इसी में लापरवाही के क्रम में दोनों को निलंबित किया गया है।