के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। अलविदा जुमा को लेकर दिनभर मस्जिदों में तैयारी होती रही। रमजान का आखिरी जुमा होने से मस्जिदों में रोजेदारों की भीड़ रहेगी, इसको देखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं। मस्जिद भरने पर लोग बाहर नमाज अदा करेंगे। धूप से बचाने के लिए पंडाल लगाए गए हैं।
ईद दो अथवा तीन मई को होगी। ईद का चांद निकलते ही रमजान खत्म हो जाएगा। ईद से पहले आखिरी जुमा की नमाज के लिए व्यवस्थाएं की गई है। तलाक महल की मोहम्मदी मस्जिद, यतीम खाना स्थित नानपारा मस्जिद, बेकनगंज में ताज होटल वाली मस्जिद, चमनगंज में शफियाबाद मस्जिद सहित सभी मस्जिदों में नमाजियों की भीड़ रहेगी।
शब-ए-कद्र पर रात भर इबादत-: शब-ए-कद्र पर मस्जिदों व घरों में रात भर इबादत की गई। लोगों ने अपने गुनाहों की माफी मांगी तथा बीमारियों से निजात, खुशहाली व इबादत कबूल होने की दुआ की। रमजान के आखिरी अशरे (10 दिन) की ताख (विषम) रातों में शब-ए-कद्र होती है। रमजान की 27वीं तारीख को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। शब-ए-कद्र में इबादत का सवाब (पुण्य) हजार महीनों में इबादत किए जाने से भी ज्यादा माना जाता है। शब-ए-कद्र पर रोजेदार पूरी रात जागकर इबादत करते हैं। गुरुवार को घरों व मस्जिदों में रात भर इबादत होती रही।