के० एस० टी०,नई दिल्ली संवाददाता। देश की राजधानी दिल्ली में आटो और टैक्सी से सफर करना महंगा होने की संभावना है। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने बुधवार को राजधानी में आटो-टैक्सी के किराये में संशोधन के लिए 13 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी 30 दिन में सरकार को रिपोर्ट देगी। दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि पिछले कुछ महीनों में देशभर में ईंधन और सीएनजी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई है और इस वजह से.
इन वाहन चालकों और मालिकों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। आटो रिक्शा और टैक्सी चालकों के हितो को ध्यान में रखते हुए किराया संशोधन कमिटी गठित करने का फैसला किया गया है। किराया संशोधन कमेटी का गठन मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत अधिसूचित किया गया है। बता दें कि सीएनजी की कीमतों में 2.5 रुपये की बढ़ोतरी के बाद आटो, टैक्सी और कैब चालकों के सदस्य सोमवार को हड़ताल पर चले गए थे। सरकार को आटो और टैक्सी यूनियनों से.
कई तरह के आवेदन भी मिले थे, जिसमें सीएनजी पर किराया और सब्सिडी बढ़ाने जैसी विभिन्न मांगें रखी गई थीं। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि ईंधन की बढ़ती कीमतों से प्रभावित वाहन चालकों और मालिकों की स्थिति को सरकार अच्छी तरह समझ रही है। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले दो दिनों में कई आटो और टैक्सी यूनियनों से मुलाकात की है और उन विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की है, जिनका वे सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि.
हम एक ऐसा समाधान लेकर आएंगे जो ड्राइवरों,मालिकों और यात्रियों के लिए समान रूप से अनुकूल हो। बता दें कि इस महीने सीएनजी की कीमतों में तीसरी बार बढ़ोतरी हुई है। राजधानी में अभी सीएनजी की कीमत 71.61 रुपये प्रति किलो है। गौरतलब है कि राजधानी में वर्तमान में नए पंजीकृत ई-आटो समेत लगभग 97 हजार आटो हैं, जिनमे 12,000 काली-पीली टैक्सी और 50 हजार इकोनामी रेडियो टैक्सी भी शामिल हैं। इन सभी श्रेणियों को नए किराये से लाभ होने की उम्मीद है। सरकार ने इससे पहले जून 2019 में आटो-टैक्सी का किराया बढ़ाया था।