के० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। ममता सरकार के कैबिनेट मंत्री और जमीअत उलमा ए हिंद बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने पश्चिम बंगाल के मंत्री और उनके करीबियों के यहां ईडी की छापेमारी को तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ साजिश का हिस्सा करार दिया। उन्होंने इसका व्यापक विरोध करने की बात कही। जाजमऊ में मदरसा महमूदिया अशरफुल उलूम में पत्रकारों से बातचीत में चौधरी ने.
कहा कि पहले यह तय हो कि जिस धनराशि की बरामदगी के जो दावे किए जा रहे हैं वह किसके हैं। ईडी ने सात मशीनों से 20 घंटे तक गिनती की लेकिन इससे पहले ही बता दिया कि 20 करोड़ रुपये मिले हैं, इस दावे पर सवालिया निशान है। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी में सभी फरिश्ते नहीं होते, यही स्थिति भाजपा की भी है। करीबी रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में शिरकत करने आए चौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी का कहना है कि मंत्री और पार्टी के नेता ईमानदार रहें।
संवैधानिक क्राइसिस से उबरने की जरूरत-: मंत्री ने कहा कि देश में संवैधानिक क्राइसिस चल रही है, इससे उबरने की जरूरत है। बड़े साहब ने नोटबंदी की लेकिन कालाधन नहीं मिल सका। एनआरसी लागू हुआ तो एक हिन्दुस्तानी दूसरे हिन्दुस्तानी को भगाएगा। एक हवाला देते हुए कहा कि तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने एक हिन्दुस्तानी की पहचान बताई थी कि कोई भी डी0एम0 के सामने अपना एक प्रमाण प्रस्तुत कर दे, वही हिन्दुस्तानी है। घुसपैठिया अगर हैं तो इसके जिम्मेदारों की तलाश होनी चाहिए।