Skip to contentके० एस० टी०,कानपुर नगर संवाददाता। उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से चयनित प्राचार्य को कार्यभार (ज्वाइन) ग्रहण नहीं कराने पर एसएन सेन बालिका विद्यालय पीजी कालेज की प्रबंध समिति (मैनेजमेंट कमेटी) भंग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके बाद, चयनित प्राचार्य को कार्यभार ग्रहण कराने तक जिलाधिकारी को प्रशासक बनाया जाएगा।
पिछले वर्ष तक प्रदेश भर के 331 एडेड महाविद्यालयों में से 290 में प्राचार्यों के पद खाली थे। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से 2019 में प्राचार्य पद पर चयन प्रक्रिया शुरू की गई और अगस्त 2021 तक 290 पदों पर प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद, उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी चयनितों को महाविद्यालय आवंटित किए। डा. सुमन को एसएन सेन बालिका विद्यालय पीजी.
कालेज कानपुर में प्राचार्य नियुक्त कर भेजा गया। आरोप है कि कालेज प्रबंध समिति की मनमानी से प्राचार्य को कार्यभार ग्रहण नहीं कराया गया। निदेशालय ने इस संबंध में प्रबंध समिति को कई बार नोटिस भेजे। आखिरकार उच्च शिक्षा निदेशालय ने प्रबंध समिति भंग करने के लिए शासन से अनुमति मांगी। सहायक उप शिक्षा निदेशक बीएल शर्मा ने बताया कि शासन से अनुमति मिल गई है। अब प्रबंध समिति भंग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
एसएन सेन बालिका विद्यालय पीजी कालेज में प्राचार्य को ज्वाइन न कराने पर प्रबंध समिति भंग करने के लिए करीब एक माह पूर्व शासन को लिखित प्रस्ताव भेजा था। अब शासन स्तर से प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। शासन की तरफ से समिति भंग करने के लिए अधिकृत आदेश पत्र जारी होने का इंतजार है।
– डा० रिपुदमन सिंह, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी।
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा आयोग से चयनित महिला प्राचार्य की अर्हता मानक के अनुरूप न मिलने पर उनसे मानक के अनुसार दस्तावेज मांगे गए थे। महिला प्राचार्य वो दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाईं, इसलिए उन्हें ज्वाइन नहीं कराया गया। इस बारे में निदेशालय व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को भी अवगत कराया जा चुका है।
– प्रवीन मिश्रा, प्रबंधक, एसएन सेन बालिका विद्यालय पीजी कालेज