अध्यक्ष की गिरफ्तारी के विरोध में नहीं हुई रामलीला

के० एस० टी०,गाजीपुर संवाददाता। जमानियां नगर पालिका के मनोनीत भाजपा सभासद और श्री प्राचीन रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता को गोकशों की मदद के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजने के विरोध में कमेटी ने शुक्रवार की रात रामलीला बंद कर दी, इससे धनुष यज्ञ नहीं हुआ। सभासद के विपक्षी खेमे को लेकर पहुंचीं कोतवाल वंदना सिंह ने रामलीला चालू कराने का बहुत दबाव डाला।

आरोप है कि रामलीला का सामान जिस कमरे में रखा हुआ था उसका ताला तोड़वा दिया। कमरे से ढोलक वगैरह निकलवाकर हरीकीर्तन कराया और चाट दुकानदार मुन्ना गुप्ता को अध्यक्ष बनवा दिया है। मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार करने के बाद थाने में ही मेडिकल कराकर जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस ने तीन गोकशों के 5.20 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी।

 

 

 

 

 

 

 

 

जय प्रकाश गुप्ता की गिरफ्तारी को जमानियां पुलिस ने काफी गोपनीय रखा था। उन पर गोकशों को संरक्षण देने की धारा 120 में जेल भेजा गया है। गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी धरने पर बैठ गईं। इसके विरोध में शुक्रवार की रात रामलीला न होने की सूचना पर पहुंची जमानियां कोतवाल वंदना सिंह ने कमेटी के पदाधिकारियों पर काफी दबाव बना, लेकिन उन्होंने रामलीला का मंचन करने से इन्कार कर दिया।

पुलिस के दबाव में कमेटी ने हरीकीर्तन किया। पुलिस ने दूसरे को कमेटी का अध्यक्ष बनाने के लिए दबाव बनाया। इस घटना को लेकर वहां के लोगों में काफी आक्रोश है। फर्जी मुकदमे में जेल भेजने का जयप्रकाश ने जताया था अंदेशा पत्नी गीता देवी ने बताया कि पति जयप्रकाश गुप्ता ने आला अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर खुद को फर्जी मुकदमे में फंसाने का अंदेशा जताया था। उनका कहना था कि.

जमानियां कोतवाल उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर उतारू हैं। दरअसल, जयप्रकाश गुप्ता जनता के मुद्दे को लेकर आए दिन धरना-प्रदर्शन करते रहते थे। यह पुलिस-प्रशासन को नागवार गुजरता था। उपजिलाधिकारी ने दस लाख का मुचलका पाबंद किया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया था। एसपी ने आश्वासन दिया था कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा। उधर, पत्नी ने कस्बे में घूमकर सहयोग मांगा, लेकिन पुलिस के खौफ से लोग पीछे हट गए।

कोतवाल ने रामलीला कमेटी पर कब्जा कराने के लिए अध्यक्ष को फर्जी तरीके से भेजा जेल-: श्री प्राचीन रामलीला समिति ट्रस्ट के उपाध्यक्ष विशाल वर्मा व कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार जायसवाल ने जिलाधिकारी आर्यका अखौरी से अध्यक्ष को फर्जी तरीके से जेल भेजने और साजिशन ट्रस्ट पर कब्जा कराने के उद्देश्य से मुन्ना गुप्ता को जबरन अध्यक्ष बनाने की शिकायत की है। कमेटी पदाधिकारी ने डीएम से सक्षम अधिकारी से.

जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। विशाल वर्मा ने जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में बताया कि जमानियां थानाप्रभारी वंदना सिंह कमेटी पर कब्जा करने की नीयत रखने वाले मुन्ना गुप्ता, अभयशंकर सोनी, टुनटुन चौरसिया उर्फ नारायन दास, कन्हैया पांडेय, अनिल अग्रवाल की साजिश में आकर गलत व फर्जी तरीके से अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता को जेल भेज दिया।

इस कारण रामलीला का मंचन नहीं किया गया तो रात 10: 30 बजे विपक्षियों के साथ थाना प्रभारी वंदना सिंह रामलीला समिति ट्रस्ट को कब्जा दिलाने की नियत से कार्यालय के मुख्य द्वार पर लगे ताला को जबरन तोड़वा दिया। कोतवाल विपक्षियों को रामलीला का मंचन कराना चाहती है, जबकि मूल कमेटी के पदाधिकारियों को रामलीला के मंचन से रोका जा रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

नगर वासियों की शिकायत पर गई पुलिस-: बलुआ घाट पर रामलीला का मंचन नहीं होने की नगरवासियों की शिकायत पर पुलिस पहुंची। लोगों ने बताया कि रामलीला का सामान कमरे में बंद है। सामान निकलवाया गया।सभी कार्य नगर के लोगों के कहने पर हुआ। एक आदमी के चलते रामलीला बंद नहीं होगी। शांति व्यवस्था के लिए पुलिस लगी थी।

-वंदना सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जमानियां।

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