के० एस० टी०,चंडीगढ़ संवाददाता। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में नियम कानून सिर्फ आम जनता के लिए हैं। प्रशासन के अफसर चाहे जो मर्जी करें। प्रशासन के अफसरों को कोई पूछने वाला नहीं। जवाबदेही सिर्फ जनता की है। जी हां ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जो खुलासा हुआ है उसे जान आप भी हैरान रह जाएंगे। चंडीगढ़ में घर पर शराब की दुकान चल रही है। सरेआम शराब बेची जा रही है और खरीदारों की तो लाइन लगी रहती है।
बकायदा मकान के ग्राउंड फ्लोर के बाहर शराब ठेके का बड़ा बोर्ड लगाया गया है। जैसे शराब की दुकान हू-ब-हू वैसा ही ठेका घर के ग्राउंड फ्लोर पर खोला गया है। हद तो यह है कि यह शराब का ठेका हाउसिंग बोर्ड के मकान खोला गया है। एक्साइज डिपार्टमेंट के अफसरों से लेकर डीसी ऑफिस और हाउसिंग बोर्ड के अफसरों तक ने आंखें मुंदी हुई है। दूसरी तरफ सेक्टर-56 में मामूली वायलेशन को तोड़ने के.
लिए हाउसिंग बोर्ड का बुलडोजर पहुंच गया। मौली जागरां में हाउसिंग बोर्ड के दो मकानों में ठेका खोला हुआ है। स्थानीय निवासी इस ठेके का विरोध कर रहे हैं, लेकिन एक्साइज डिपार्टमेंट और प्रशासन के अफसर लिकर लॉबी के आगे घुटने टेके हुए हैं। नियमों के अनुसार ठेका सिर्फ कमर्शियल साइट पर ही खोला जा सकता है। मकानों में शराब का ठेका नहीं खोला जा सकता। लेकिन मौली कांप्लेक्स में हाउसिंग बोर्ड के दो मकानों को जोड़कर शराब का ठेका खोल दिया गया है। हाउसिंग बोर्ड ने भी सिर्फ नोटिस जारी कर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
भाजपा नेता के रिश्तेदार का ठेका-: शराब का यह ठेका हाल ही में पार्षद का चुनाव जीते एक भाजपा नेता के करीबी का है। प्रशासन के अफसरों ने भी इसलिए चुप ही है। हैरानी की बात यह है कि यह ठेका कई महीनों से दो मकानों के ग्राउंड फ्लोर पर चल रहा है लेकिन आज तक किसी अफसर की हिम्मत नहीं हुई कि वह इसे यहां से हटा दें।
आम जनता को नोटिस-: हाउसिंग बोर्ड के मकानों में यदि कोई व्यक्ति अपने मकान में मामूली फेरबदल या छोटी सी दुकान भी खोल लेता है तो उसे वायलेशन का नोटिस जारी कर दिया जाता है। यहां तो शराब का ठेका खुला होने के बावजूद हाउसिंग बोर्ड के हाथ-पांव बंधे हुए हैं। सेक्टर 56 में हाउसिंग बोर्ड के मकानों में यही कुछ हुआ। वायलेशन तोड़ने के लिए पहुंचे हाउसिंग बोर्ड के दस्ते का स्थानीय पार्षद और लोगों ने विरोध किया।
हाउसिंग बोर्ड में माना गलत है-: हाउसिंग बोर्ड ने भी मान लिया है कि मौली कांप्लेक्स में मकान में चल रहा शराब का ठेका गलत है। यहां ठेका नहीं खुल सकता लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभी तक हाउसिंग बोर्ड ने चुप्पी साधी हुई है।