Skip to contentके० एस० टी०, कानपुर देहात। भोगनीपुर वन रेंज में नन्हुआपुर से पचलख तक सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार ने अवैध तरीके से 30 हरे पेड़ कटवा दिए। लोक निर्माण के जेई ने इसकी सूचना वन विभाग को नहीं दी। वहीं हरे पेड़ काटने की जानकारी पर गुरुवार को वन विभाग ने जांच शुरू की है। मलासा ब्लॉक के नन्हुआपुर से पचलख गांव तक करीब.
एक करोड़ रुपये की लागत से 1800 सौ मीटर लंबाई में नवीन सड़क निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड-1 करा रहा है। कानपुर के ठेकेदार जहीर को काम मिला है। इधर सड़क किनारे लगे हरे पेड़ों पर ठेकेदार ने कुल्हाड़ा चलाया। ठेकेदार ने पेड़ काटने की जरूरत अफसरों से साझा नहीं की। वहीं लोक निर्माण विभाग के.
अफसर भी हरे पेड़ों की अवैध कटान पर मौन बने रहे। ठेकेदार ने नीम, आम, शीशम व कटहल के हरे पेड़ काट दिए। गांव के रामदास, अरविंद कुमार, विनोद कुमार, श्रीराम, अजय राठौर, लाखन सिंह व फूल सिंह आदि ने बताया कि सड़क निर्माण में लगे ठेेकेदार ने गांव की हरियाली उजाड़ दी। सड़क किनारे छायादार पेड़ लगाए जाते हैं लेकिन हरियाली को अवैध तरीके से नष्ट कर दिया गया। ठेकेदार को हरे पेड़ों को काटने से रोका तो उसने सरकारी काम में बाधा डालने पर केस दर्ज कराने की धमकी दी।
बोले विभागीय अधिकारी:- लोक निर्माण विभाग के जेई दीपक ने बताया कि सड़क किनारे किसानों के पेड़ हैं। ठेकेदार ने किसानों की सहमति से पेड़ काटने की बात कही थी, अनुमति ली गई है या नहीं इसको लेकर उसने गुमराह किया। एक्सईएन एसके रावत ने बताया कि हरे पेड़ों की कटान बिना उनकी जानकारी के कराई गई है। ठेकेदार पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। पेड़ काटे जाने की सूचना पर वन टीम को भेजा गया है। बिना अनुमति हरे पेड़ों की कटान नहीं की जा सकती। एक्सईएन लोक निर्माण विभाग को अवगत कराया गया है। भोगनीपुर वन रेंजर छेदा लाल को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
– एके द्विवेदी, डीएफओ