केड़ीए व नगर निगम कार्यालय खुलने के बाद भी सन्नाटा

के. एस. टी, कानपुर संवाददाता। करीब एक सप्ताह पहले शासन ने 33 प्रतिशत स्टाफ के साथ कानपुर विकास प्राधिकरण (के ड़ी ए) और नगर निगम के कार्यालयों को खोल दिया है‚ लेकिन इन कार्यालयों में फिलहाल लॉकड़ाउन का सन्नाटा छाया हुआ है‚ क्योंकि आधे–अधूरे कार्यालय खुलने के कारण कोई भी काम नहीं हो रहा है।

लॉकड़ाउन के कारण बंद हुए केड़ीए और नगर निगम कार्यालय कोे खोलने के पहले शासन ने शर्त लगा दी थी कि सिर्फ जरूरी स्टाफ जोकि विभागाध्यक्ष की अनुमति पर ही कार्यालय में आयेगा। इसी शर्त के साथ खुले कार्यालयों में शहरवासियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था। जिसके कारण आम जनता का कोई भी कार्य केड़ीए और नगर निगम में नहीं हो रहा है।

केड़ीए ने अधूरी निर्माण योजनाओं को शुरू करवा दिया है। नगर निगम ने अधूरी सड़़कों का निर्माण कार्य और ड़ाक द्वारा जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना शुरू कर दिया है। इसके अतिरिक्त केड़ीए और नगर निगम के कार्यालयों में कोई काम नहीं हो रहा है। आधा अधूरा स्टाफ आने के कारण कार्यालयों में अधिकारी और बाबुओं की अधिकतर सीटें खाली पड़़ी है।

कार्यालयों में सन्नाटा होने के कारण कमोेवेश स्थिति लॉकड़ाउन जैसी ही है‚ जहां नगर निगम में कम से कम दो दर्जन पार्षदों का आना जाना लगा रहता था‚ लेकिन पार्षद भी नगर निगम कार्यालय से लापता हो गये हैं। जिसके कारण पार्षद कक्ष में भी सन्नाटा छाया रहता है।

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