क्षमता से कहीं अधिक बालू लादे ट्रकों पर कोई नियमावली लागू नहीं

नों इंट्री के समय धड़ल्ले से निकलते है लोड ट्रक

एक विवादित सपा नेता का भी नाम उद्दलता है बालू खनन में

योगी आदित्यनाथ नाथ सरकार के एक मंत्री से रिश्तेदारी की भी अफवाह

के. एस. टी, कानपुर संवाददाता। गंगा बैराज में बालू खनन के कार्य में जो तेजी देखी जा रही हैं। वह पहले कभी नहीं देखी गई थी। बहरहाल क्षमता से अधिक बालू लादे ट्रेक यहां घाट से सड़क तक रेंगते नजर आ रहे हैं। जिस पर इनकी आवाजाही में न ही किसी प्रकार की नो इंट्री की समयावधि इन ओवर लोड सपने हैं।

और न ही अन्य कोई ही निगेह बानी है और न ही सड़को में खुले रूप से ट्रकों से उड़ रहे बालू से बढ़ रहे प्रदूषण की ही किसी तरह की परवाह है। चूकि उक्त बालू खनन में एक चर्चित व विवादित सपा नेता की रिश्तेदारी प्रदेश के एक मंत्री की अफवाह उड़ने के बाद से स्थानीय प्रशासन से लेकर दो जिलो का पुलिस-प्रशासन दबाव में ले रखा गया है।

आपको बताते चले कि क्षमता से अधिक ओवर लोडिंग को लेकर कानपुर संभागीय परिवहन व उन्नाव परिवहन कार्यालयो में आर० टी० ओ० व ए० आर० टी० ओ० प्रवर्तन सड़कों पर ही सक्रिय रहते है किन्तु दोनो जिलों में बालू खनन से आते-जाते इन ट्रको पर किसी की निगाह नहीं जाती जाती।

इतना ही नही दिन-रात यह ट्रक गंगा बैराज के शकरपुर कटरी व लुधुआ खेड़ा जैसे पिकनिक स्पात से आते-जाते रहते है किन्तु स्थानीय चौकियों का फोर्स भी इन्हें छूने की हिम्मत नहीं जुटा पाते है। गंगा बैराज के शकरपुर कटरी व लुधुआ खेड़ा के किनारे बसी आबादियों में सड़को घरों में सिर्फ बालू ही बालू उड़कर घुसा करती है।

जिससे पूरा का पूरा इलाका प्रदूषण की चपेट में है। इतना ही नहीं यह ट्रक जिन मार्गों से निकलते है। दूसरे वाहन चालकों पर उड़-उड़ कर यह बालू चेहरों तक में भर जाती है। उसके बावजूद यातायात सिपाही टी० एस० आई० भी इन ओवर लोड ट्रकों को नजरदांज क्यो कर जाते हैं। यह तो उनके अधिक कोई बता ही नही सकता।

बहरहाल यह क्षमता से अधिक लोड लादे यह ट्रक सड़को पर ऐसे चलते दिखते हैं। मानो चालक का स्टेयरिंग पर बस ही न हो वह अनुभव से ही चालक सीट पर नियंत्रण बनाए रहता हैं। इन ओवर लोड ट्रकों का नियंत्रण कब बिगड़ जाए कहा नही जा सकता।

जिससे कितनी बड़ी हानि हो जाये इससे कोई इंकार भी नहीं कर सकता। इसके अलावा बालू खनन की अनियमितताओ को अगले अंक में पढ़े।

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