कहीं हुक्का बार तो कहीं गांजे चरस की दम लगती है चिलम में से

◆ शिक्षा जोन काकादेव में सनसनी खेज कारनामा
◆ हिस्ट्रीशीटर का गांजा चरस बिकवा रही है महिला 
◆ फेमिली रेस्टोरेंट के नाम से हुक्का बार का भी संचालन 
◆ नये थाने के प्रभारी के लिए एक चैलेंज सी है समाजिक बुराई 

कानपुर,वरिष्ठ संवाददाता। शिक्षा जोन बन जाने के बाद काकादेव व आस पास के इलाकों में शिक्षा की बयार जरूर चली है। किन्तु असमाजिक कार्यों में लिप्त रहने वाले माफिया जादुई तिलिस्म दिखाकर अच्छे परिवारों के बच्चों को बरगलाने में किसी तरह की कोई कोशिश हीं नहीं छोड़ कर रखते हैं कि जिसके कलेवर से पढ़ने आये अच्छे परिवार के बच्चे फंस ही जाते हैं। जिसमें अगर यह कुछ ही बच्चों को बरगलाने में कामयाब हो गये तो धीरे-धीरे इनका धंधा चल निकलता है। स्थानीय पुलिस ऐसे तत्वों को रोकने की बजाय उन्हें हवा ही देती है। जिससे आलम यह है कि कोचिंग मंडी चौकी के ठीक बगल की बहुमंजिली व्यवसायिक इमारत में फेमिली रेस्टोरेंट की आड़ में जहां हुक्का बार चल रहा है। वही चर्चित अम्बेडकर बस्ती गीता नगर में महिला-पुरुष धड़ल्ले से गांजा चरस की बिक्री में लिप्त हैं। ऐसा नहीं है कि इलाकाई पुलिस कुछ जानती नहीं। नया कोतवाल आने के बावजूद भी इनकी बिक्री में किसी तरह का कोई अंतर नहीं पड़ता है। इलाकाई सूत्र बताते हैं कि चूंकी ठंड की वजह से चर्चित कोचिंग मंडी में तड़के लगने वाली कोचिंग में समयावधि किया गया है। किन्तु यहां फेमिली रेस्टोरेंट के नाम पर चौकी के ठीक बगल में हुक्का बार इस लिए खुल जाता है ताकि सुबह दस बजे से रात्रि तक चलने वाले इस रेस्टोरेंट में हुक्का बार में आने के लिए छात्र-छात्राएं दूसरे हुक्का बार न चले जाएं। इस डर की वजह से इन्होंने अपने यहां आने वाले कस्टमरो को हुक्का बार का कुछ ऑफर देकर उन्हें परमानेंट मेम्बर बना लिया है। जिसमें तमाम सदस्य आने वाले कस्टमरो को यह महीने में एक या दो बार अपने खासम खास स्पा सेंटर संचालकों के पास भेजकर उन्हें शारीरिक मसाज के साथ-साथ एक्स्ट्रा सर्विश के नाम पर खुश इसलिए करवाता है ताकि वह क्लब की मेम्बर शिप ज्यों ज्यों बढ़वाएगे उतनी ही उनकी तिजोरी मजबूत होगी। होता क्या है? यह अपने मेम्बर ज्यादातर सिगरेट-पान की दुकानों में सिगरेट पीने वाले छात्रों से दोस्ती गांठकर नई दुनिया दिखाने के बहाने यहां लाते हैं। चूंकी कमरा पूरी तरह से धुंधले प्रकाश से विभिन्न रोशनियों से जगमगाता नजर आ रहा है जिसमें मद्धिम-मद्धिम आवाज से बजती फिल्मी धुने माहौल को और आकर्षक बना देती हैं जिससे आने वाला नया मेहमान चकाचौंध हुये बिना नहीं रह पाता। जिसके आकर्षण में छात्र-छात्राएं कभी कपल में तो कभी छात्रों के झुंड हुक्के का भरपूर लुफ्त उठाते नजर आते हैं। बड़ा ही अजीब माहौल होता है। चिकित्सकीय परामर्श बताता है कि इसका धुआं आम आदमी के लिए नुकसान देह होता है। तो बच्चों का क्या हाल होता होगा। दूसरी तरफ गांजे की बिक्री यहां की अम्बेडकर बस्ती गीता नगर में हिस्ट्रीशीटर घर की महिला से खुलेआम करवा रहा है। ऐसा नहीं कि यह पकड़ा ना जाता हो किन्तु थाने से पिछली कई बार आकस्मिक रूप से वापस क्यों आ जाता है। समझ मे नही आता। नये इंचार्ज के लिए इस तरह के अड्डों को रुकवाने में एक चैलेंज होगा।

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